बेतिया. जीएनएम प्रशिक्षण संस्थान बेतिया के प्रभारी प्राचार्य मनीष कुमार जायसवाल के निलंबन के बाद अब उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं. छात्राओं की ओर से लगाये गये गंभीर आरोपों की जांच के साथ-साथ प्राचार्य के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू हो गया है. इधर, घटना के बाद शुक्रवार को जीएनएम प्रशिक्षण संस्थान पर सन्नाटा पसरा हुआ था. संस्थान के बाहर एक सुरक्षा गार्ड उपस्थित था. बता दें कि छात्राओं की ओर से जीएनएम के प्रभारी प्राचार्य मनीष कुमार जायसवाल के खिलाफ डीएम दिनेश कुमार राय से शिकायत की थी. जिसके आलोक में डीएम ने पूरे मामले की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत को दी. इसके बाद तत्काल प्रभाव से प्रभारी प्राचार्य को निलंबित कर दिया गया. छात्राओं का आरोप हैं कि प्रभारी प्राचार्य कॉलेज परिसर में शराब पीते हैं. दुर्व्यवहार करते हैं और मसाज करवाते है. वहीं गुरुवार की देर शाम मुफस्सिल थानाध्यक्ष अभिराम सिंह ने प्रभारी प्राचार्य को थाना लाया. जहां उसने घंटों पूछताछ भी किया गया. गुरुवार को जीएनएम संस्थान से समाहरणालय पैदल मार्च करते हुए पहुंची छात्राओं का कहना था कि चार महीने पहले राज्य के निदेशक प्रमुख नर्सिंग से मामले की शिकायत की थी. इसके आलोक में जांच की जिम्मेवारी सिविल सर्जन को मिली. तत्कालीन सिविल सर्जन ने जांच में इसे सत्य पाया था. इसके बावजूद उनपर कार्रवाई नहीं हुई. उल्टे शिकायत से नाराज प्राचार्य ने छात्राओं को संस्थान परिसर में बंद कर दिया. गुरुवार को 40 से अधिक छात्राएं किसी तरह वहां से निकलकर सीधे डीएम के पास पहुंची और न्याय की गुहार लगाई.
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