गिद्दी (हजारीबाग). बलसगरा के मित्रलाल महतो ने हजारबीाग डीसी को पत्र दिया है. उसने पुत्र की मौत पर कई सवाल उठाया है. उनका कहना है कि हमारी मांगों पर प्रशासन विचार नहीं करेगा, तो मृतक के शव को जिला मुख्यालय के समक्ष रख कर अपनी आवाज को बुलंद करेंगे. पत्र में बलसगरा के मित्रलाल महतो का कहना है कि उत्पाद सिपाही की बहाली के लिए पदमा प्रशिक्षण केंद्र में दौड़ का आयोजन किया गया है. इसमें भाग लेने के लिए मेरा पुत्र महेश कुमार महतो 22 अगस्त को पदमा गया था. शाम चार बजे मोबाइल पर हमें जानकारी मिली कि मेरा पुत्र दौड़ के दौरान बेहोश हो गया है. हजारीबाग जिला के सदर अस्पताल व अन्य अस्पतालों में उसकी खोजबीन की, लेकिन कहीं से उसके बारे में जानकारी नहीं मिली. शुक्रवार सुबह सोशल मीडिया व अखबार के माध्यम से जानकारी मिली कि महेश कुमार महतो की मौत हो गयी है, लेकिन उसका शव अज्ञात घोषित किया गया है. मित्रलाल महतो ने कहा कि महेश कुमार महतो की मौत प्रशासन की मौजूदगी में हुई है. इससे कई सवाल उठ रहे हैं. मित्रलाल महतो ने प्रशासन से दौड़ का सीसीटीवी फुटेज परिजनों को देने, दौड़ में बेहोश होने के बाद क्या महेश कुमार महतो का सीपीआर व प्राथमिक उपचार हुआ था या नहीं. मृतक के शव को अज्ञात क्यों घोषित किया गया है. कई सवाल उठाते हुए प्रशासन व सरकार से मुआवजा व एक व्यक्ति को नौकरी देने की मांग की है.
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