दरभंगा. विश्व स्तरीय दरभंगा जंक्शन निर्माण की कवायद तेज हो गयी है. पिछले दिनों आर्किटेक्ट की टीम ने निरीक्षण किया था. शुक्रवार को पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह के निरीक्षण के साथ ही कवायद तेज हो गई है. महाप्रबंधक ने जंक्शन स्थित वीआइपी रूम में प्रेजेंटेशन के माध्यम से विश्व स्तरीय मॉडल बनाने को लेकर होने वाले निर्माण की व्यापक समीक्षा ने की. प्रेजेंटेशन दौरान जरूरी निर्देश भी दिए. विश्व स्तरीय मॉडल बनाने से जुड़े निर्माण कंपनी स्काई लार्क की ओर से उनके सीपीएम वीरेश बघेल तथा उनकी टीम की ओर से प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया गया. प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया गया कि पूर्वी भाग में जी प्लस 5 भवन निर्माण किया जाएगा, वहीं पूर्वी भाग में जी प्लस टू भवन का निर्माण होगा. मालूम हो की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से दरभंगा जंक्शन को भारत के उन चुनिंदा स्टेशनों में शामिल कर लिया गया है जिन्हें वर्ल्ड क्लास स्टेशन का दर्जा प्रदान किया जाएगा. वीआइपी रूम में प्रेजेंटेशन पर अधिकारियों के साथ गहन व्यापक विमर्श के उपरांत महाप्रबंधक अपने सलून से दरभंगा बाइपास हाल्ट निर्माण स्थल का मुआयना किया. शिशो हाल्ट पर सलून को रोक कर अपने अधिकारियों के साथ वहीं पर 10 मिनट दरभंगा बाइपास हॉल्ट निर्माण पर हुए कार्यों की गहन समीक्षा की. स्थानीय अधिकारियों को महाप्रबंधक की ओर से निर्देश दिया गया कि आगामी 12 सितंबर तक सीआरएस निरीक्षण को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली जाए. फिर आगे की प्रक्रिया पर कार्य किया जाएगा. बता दें कि शिशो हाल्ट से काकरघाटी तक पटरी बैठाने का कार्य संपन्न किया जा चुका है. महाप्रबंधक के साथ डीआरएम विनय कुमार अग्रवाल, सीनियर डीसीएम सहित एईन निर्माण विजय शंकर सिंह, जगदीश शरण, जंक्शन अधीक्षक मनोज कुमार आदि उपस्थित थे.
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