-पानापुर के हरसेर गांव का रहने वाला है गिरफ्तार आरोपी विकास लाल यादव -पंजाब के रायकोट में 25 जुलाई 2024 को धारदार हथियार से किया था हत्या -आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर तीन दिनों से पंजाब पुलिस कर रही थी कैंप मुजफ्फरपुर. पंजाब के सदर रायकोट में हुए जमींदार किसान कमलजीत सिंह बिल्लू (55) की हत्या में फरार चल रहा नौकर विकास लाल यादव को मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार किया गया है. पंजाब पुलिस की टीम ने मीनापुर के पानापुर थाना क्षेत्र स्थित हरशेर गांव स्थित आरोपी के आवास में छापेमारी करके उसको दबोच लिया है. विकास लाल यादव ने अपने मालिक हरनेक सिंह सेखों के साथ मिलकर 25 जुलाई 2024 को धारदार हथियार से वार करके हत्या कर दी थी. इसके बाद वह मालिक के साथ फरार हो गया था. पंजाब पुलिस उसके लोकेशन को ट्रेस करते हुए तीन दिन पहले ही मुजफ्फरपुर पहुंची थी. आरोपी कभी अपने सिवाईपट्टी स्थित ससुराल तो कभी अपनी बहन के घर में जाकर छिप जाता था. पानापुर थानेदार अभिषेक कुमार के साथ पंजाब पुलिस लगातार उसके लोकेशन पर छापेमारी कर रही थी. इस बीच गुरुवार की रात उसको हरशेर गांव से दबोच लिया गया. पंजाब पुलिस शुक्रवार देर शाम तक कोर्ट में आरोपी के ट्रांजिट रिमांड लेने के लिए जमी रही. कोर्ट से अनुमति मिलते ही विकास को लेकर पुलिस टीम पंजाब रवाना हो जाएगी. पंजाब पुलिस की ओर से जिला पुलिस को दी गयी जानकारी के अनुसार, हत्याकांड में आरोपी हरनेक सिंह सेखों अपनी जमीन के सटी बिल्लू की करीब चार एकड़ जमीन खरीदना चाहता था, लेकिन बिल्लू जमीन का उसे देने को तैयार नहीं था. इसी बात से गुस्साए किसान हरनेक सिंह सेखों ने अपने नौकर विकास लाल यादव के साथ मिलकर बिल्लू की हत्या कर दी थी. आरोपियों ने बिल्लू के बेटे जसप्रीत सिंह और भतीजे इंद्रजीत सिंह के सामने ही तेजधार हथियार से उसके सिर, कान, बाजू पर कई वार किए थे . पुलिस ने मृतक के बेटे जसप्रीत सिंह के बयान पर हरजीत सिंह सेखों गांव फुल्लनवाल (लुधियाना) और नौकर बिहार के मुजफ्फरपुर के विकास लाल यादव के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की थी. – हरनेक ने उसके पिता को पकड़ा और नौकर विकास ने धारदार हथियार से किया हमला जसप्रीत सिंह ने पंजाब पुलिस को बताया कि हरनेक सिंह सेखों उनकी चार एकड़ जमीन खरीदने के लिए लगातार दबाव बना रहा था, लेकिन उसके पिता जमीन बेचना नहीं चाहते थे. घटना की रात उसके पिता कमलजीत सिंह बिल्लू बाइक पर खेत पर गए थे. रात 10 बजे तक वह वापस नहीं आया तो अपने जसप्रीत अपने ताया के बेटे इंद्रजीत सिंह को साथ वहां पहुंचा. तब देखा कि हरनेक सिंह सेखों ने उसके पिता को पकड़ा हुआ था और उनका नौकर विकास यादव हथियार से वार कर रहा था. हत्या के बाद नौकर विकास लाल यादव छन्ना गांव के रास्ते अहमदगढ़ मंडी की तरफ से फरार हो गया. उसका बैग भी रास्ते में पुलिस को मिला था. पुलिस को बैग से हथियार भी मिले थे.
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