West Bengal : पश्चिम बंगाल छात्र समाज की ओर से आहुत नबान्न अभियान को लेकर राज्य सरकार पूरी तरह सतर्क है. इसके लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य सचिवालय अर्थात नबान्न भवन व आस-पास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी है. राज्य सचिवालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 27 अगस्त को होने वाले अभियान के मद्देनजर राज्य के डीजीपी राजीव कुमार ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उच्च स्तरीय बैठक की है. बताया गया है कि नबान्न अभियान के दिन संभावित रूट पर 2000 से अधिक पुलिस के जवानों को तैनात किया जायेगा. गौरतलब है कि राज्य सचिवालय में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ-साथ कई मंत्रियों व राज्य सरकार के उच्च स्तरीय प्रशासनिक अधिकारियों का कार्यालय है.
आइजी व डीआइजी रैंक के 21 पुलिस अधिकारियों को दी गयी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
राज्य सचिवालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 27 अगस्त को होने वाले संभावित नबान्न अभियान को लेकर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के लिए राज्य सरकार ने आइजी व डीआइजी रैंक के 21 पुलिस अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है. इसके अलावा 13 एसपी व उपायुक्त स्तर के पुलिस अधिकारी, 15 अतिरिक्त पुलिस आयुक्त व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रैंक के अधिकारी और 22 अतिरिक्त आयुक्त व उप अधीक्षक स्तर के पुलिस अधिकारियों को तैनात किया जायेगा. इसके अलावा 26 इंस्पेक्टर पद ने अधिकारियों के साथ दो हजार से अधिक जवान तैनात रहेंगे. नबान्न अभियान के दौरान किसी भी प्रकार की अशांति को रोकने के लिए राज्य सरकार ने हर स्तर पर सतर्कता जारी है.
पश्चिम बंगाल छात्र समाज के बैनर तले बुलाया गया है नबान्न अभियान
गौरतलब है कि आरजी कर अस्पताल कांड की घटना के खिलाफ पश्चिम बंगाल छात्र समाज ने नबान्न अभियान का आह्वान किया है. हालांकि, पश्चिम बंगाल छात्र समाज की पहचान को लेकर लोगों में संशय का माहौल था. हालांकि, अब तीन छात्रों ने बताया है कि उन लोगों ने इस नबान्न अभियान का आह्वान किया है. इनमें रवींद्रभारती विश्वविद्यालय के मास्टर डिग्री के छात्र प्रबीर दास, कल्याणी विश्वविद्यालय के बीएड छात्र शुभंकर हलदार, मकाऊट में एमबीए के छात्र सायन लाहिड़ी शामिल है. इनका कहना है कि इन लोगों ने 27 अगस्त को नबान्न अभियान का आह्वान किया है और वही हैं छात्र समाज.
सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है नबान्न अभियान
आरजी कर कांड के खिलाफ राज्य सहित पूरे देश में सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक विरोध जताया जा रहा है. पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग को लेकर सोशल मीडिया पर अभियान चलाया गया था, जिसके परिणामस्वरूप 14 अगस्त की रात महिलाओं ने कोलकाता व राज्य के कई इलाकों में सड़कों पर कब्जा कर लिया था. अब ममता बनर्जी के इस्तीफे को मांग को लेकर सोशल मीडिया पर पश्चिम बंगाल छात्र समाज ने 27 अगस्त को नबान्न अभियान का आह्वान किया है. सोशल मीडिया पर एक पोस्टर जारी कर कहा गया है कि यदि ममता बनर्जी 26 अगस्त तक पदत्याग नहीं करती हैं, तो 27 अगस्त दोपहर दो बजे उनके इस्तीफे की मांग पर सभी नबान्न चलें. नबान्न अभियान में प्रत्येक घर से कम से कम एक व्यक्ति के आने की अपील की गयी है.
शुभेंदु ने अभियान का किया है समर्थन
इस अभियान का राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने भी समर्थन किया है. श्री अधिकारी ने कहा है कि छात्रों ने नबान्न अभियान का आह्वान किया है. वह स्वयं इस अभियान में शामिल होंगे. इसमें प्रत्येक घर से एक व्यक्ति को आमंत्रित किया गया है. उन्होंने कहा : मैं उन सभी अभियान में जाऊंगा, जहां भाजपा का झंडा होगा और जहां दूसरा झंडा हो, वहां जाने का कोई मतलब नहीं है. लेकिन अगर बिना झंडे का कोई आंदोलन होगा, तो इस घटना के खिलाफ मैं उसमें शामिल रहूंगा.
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