संवाददाता, पटना
चाणक्य लॉ यूनिवर्सिटी की ओर से शनिवार को स्टार्टअप लॉ एंड पॉलिसी समिट का आयोजन किया गया. इस शिखर सम्मेलन में विद्यार्थियों को स्टार्टअप से संबंधित वर्तमान निवेश कानून की चुनौतियां, डिजिटल अर्थव्यवस्था और स्टार्टअप की महत्वपूर्ण पहलुओं से अवगत कराया गया. इसके साथ ही विद्यार्थियों को स्टार्टअप के महत्व और जोखिम के बारे में पैनेलिस्ट ने विस्तृत जानकारी दी. सम्मेलन में टीम टीसी-59 के सशांक और समीत ने देश के घरेलू स्टार्टअप फंडिंग परिदृश्य के नियंत्रण और सुधार के तरीकों को भी साझा किया. पैलिस्टों में खेतान एंड कंपनी के पार्टनर सुप्रतिम चक्रवर्ती, साइरिल अमरचंद मंगलदास कंपनी से विप्लव, इंडस लॉ से राघव मुथन्ना, आनंद एंड आनंद कंपनी के पार्टनर शांतनु सहाय व अन्य लोग शामिल रहे. सम्मेलन में पैलिस्टों ने निवेशकों को स्टार्टअप जोखिम से अवगत कराते हुए बताया कि 80 प्रतिशत भारतीय स्टार्टअप बेहतर जानकारी के अभाव में असफल हो जाते हैं. उन्होंने उच्च कराधान और ब्याज दरों की चुनौतियों पर भी चर्चा की. उन्होंने नियामक सैंडबॉक्स के क्रियान्वयन पर भी जोर दिया. इस अवसर पर कुलपति डॉ फैजान मुस्तफा ने उद्यमिता के महत्व को प्रोत्साहित करते हुए विवि की प्रतिबद्धता पर गर्व व्यक्त किया. वहीं रजिस्ट्रार डॉ एसपी सिंह स्टार्टअप की समकालीन चुनौतियों को संबोधित करते हुए एआइ, बीमा, और मौजूदा दौर में उभरती प्रौद्योगिकी के क्षेत्र के चुनौतियों से निबटने के बारे में भी अवगत कराया. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शिक्षकों के साथ ही बड़ी संख्या में विद्यार्थी भी मौजूद रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है