प्रखंड की कैलान पंचायत में वार्ड सदस्य व ग्रामीणों ने बीडीओ को आवेदन देकर बिचौलिया रामप्रताप यादव पर फर्जी हस्ताक्षर करने तथा बगैर कार्यकारिणी की बैठक किये 15 वे वित्त से योजना स्वीकृत करने का आरोप लगाया है. आवेदन देने के 15 दिन बाद भी जांच नहीं किये जाने से वार्ड सदस्यों में आक्रोश है. कैलान पंचायत की मुखिया आदिम जनजाति समुदाय की सुकनी कुंअर हैं, जो निरक्षर हैं. वह दूसरी बार निर्वाचित हुई हैं. इसके बाद उन्हें नाम लिखना सिखाया गया. इधर पंचायत में मुखिया का काम बिचौलिया रामप्रताप यादव की देखरेख में होता है. ज्यादातर दस्तावेजों पर मुखिया के बजाय बिचौलिया रामप्रताप यादव हस्ताक्षर करता है. उप मुखिया सुरेन्द्र यादव ने इसका वीडियो बना कर वायरल किया है.
फर्जी निकासी का आरोप : वार्ड सदस्य सुषमा देवी, सुनिता देवी, कुंती देवी, कौशिला देवी, अनिल कुमार यादव, शकुंतला देवी, जगवा देवी, रामद ईया देवी व प्रवेश उरांव ने आरोप लगाया कि बिचौलिया रामप्रताप यादव मुखिया सुकनी कुंअर का फर्जी हस्ताक्षर करता है. बताया गया कि रामप्रताप पंचायत निधि का पैसा फर्जी हस्ताक्षर कर बिना कार्यकारिणी की बैठक बुलाये तथा बगैर आमसभा किये योजना स्वीकृत कर पैसे की फर्जी निकासी कर रहा है.
मुझ पर लगा आरोप बेबुनियाद
इस संबंध में पूछे जाने पर बिचौलिया रामप्रताप यादव ने कहा कि मुखिया का हस्ताक्षर हम नहीं करते हैं. कभी कभी ग्रामीण जनता का आवेदन भर देते हैं. मुझ पर लगाया गया आरोप बेबुनियाद है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है