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अधिकारियों के बीच डोंगल को लेकर विवाद में पांच दिनों से नहीं बन रहा ड्राइविंग लाइसेंस

परिवहन विभाग में पांच दिनों से ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बना रहा है. पूर्वी चंपारण की प्रभारी डीटीओ यहां के प्रभार में हैं और एडीटीओ कार्यालय संभाल रहे हैं. डोंगल को लेकर दोनों आमने-सामने हैं, जिसका खामियाजा लोग भुगत रहे हैं

गोपालगंज. परिवहन विभाग में पांच दिनों से ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बना रहा है. पूर्वी चंपारण की प्रभारी डीटीओ यहां के प्रभार में हैं और एडीटीओ कार्यालय संभाल रहे हैं. डोंगल को लेकर दोनों आमने-सामने हैं, जिसका खामियाजा लोग भुगत रहे हैं. ड्राइविंग लाइसेंस नहीं रहने से ट्रैफिक पुलिस चालकों से चालान वसूल रही है. एक चालक से पांच हजार रुपये का जुर्माना वसूला जा रहा है. हालांकि, मामला संज्ञान में आने के बाद जिलाधिकारी ने जांच कराने की बात कही है. जिले के एटीडीओ राजू कुमार के डोंगल से मोतिहारी में परिवहन कार्यालय से वाहन चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस का स्मार्ट कार्ड निर्गत हो रहा था. हालांकि, अब लाइसेंस बनाने का काम ठप हो गया है, जिससे हर रोज लोग परिवहन विभाग का चक्कर लगा रहे हैं और परेशान होकर लौट जा रहे हैं. परेशानी की वजह परिवहन कार्यालय में डीटीओ का न होना भी है. लर्निंग लाइसेंस बनवाने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना है. आवेदन के बाद जिला परिवहन कार्यालय में ऑनलाइन स्लॉट मिलता है. इसमें ऑनलाइन माध्यम में टेस्ट लिया जाएगा, जिसमें सड़क संकेत के 15 सवाल पूछे जाएंगे. प्रत्येक के लिए चार विकल्प मौजूद रहेंगे. उत्तीर्ण होने के लिए 9 सवाल का जवाब सही होना जरूरी है. ऑनलाइन टेस्ट देते समय किसी की आवाज नहीं आनी चाहिए और स्क्रीन पर कोई अन्य व्यक्ति भी नहीं दिखना चाहिए. दिखाई देने पर उसे नकल मानकर आवेदन को निरस्त कर दिया जाएगा. इसके साथ ही फीस भी वापस नहीं होगी. लर्निंग के लिए 740 रुपये का शुल्क निर्धारित है. हालांकि लोगों का कहना है कि परिवहन कार्यालय में पिछले कई दिनों से लर्निंग बनवाने वाले का टेस्ट मैनेज कर किया जाता है. अपर डीटीओ राजू कुमार का कहना है कि पूर्वी चंपारण की डीटीओ गोपालगंज में जिला परिवहन कार्यालय के प्रभार में हैं. लर्निंग लाइसेंस हो या फाइनल स्मार्ट कार्ड दोनों उन्हीं के डोंगल से बनता है. किस वजह से पांच दिनों से लर्निंग लाइसेंस नहीं बन रहा है, वहीं बताएंगी. प्रभारी डीटीओ निवेदिता कुमारी ने कहा कि पूर्वी चंपारण की डीटीओ हूं. गोपालगंज का भी प्रभार मिला है. तीन दिनों के लिए कार्यालय में आती हूं. शनिवार को आना था, लेकिन छुट्टी में हूं. मंगलवार को कार्यालय आऊंगी तो देखूंगी, किस वजह से लर्निंग लाइसेंस नहीं बन रहा है. एडीटीओ को इसकी जिम्मेदारी दी गयी है. ट्रैफिक डीएसपी शैलेश मिश्रा ने कहा कि बिना ड्राइविंग लाइसेंस के वाहन चलाने पर ट्रैफिक पुलिस को चालान काटने के निर्देश दिये गये हैं. ड्राइविंग लाइसेंस नहीं रहने पर पांच हजार रुपये का जुर्माना है. विशेष अभियान के तहत हर रोज डेढ़ से दो लाख तक का जुर्माना वसूला जा रहा है. जिला पदाधिकारी मोहम्मद मकसूद आलम ने कहा कि पूर्वी चंपारण की डीटीओ यहां पर प्रभार में हैं. लर्निंग लाइसेंस किस वजह से नहीं बन रहा है, प्रभारी डीटीओ क्यों नहीं कार्यालय आ रहीं, इसकी जांच होगी. विभाग को भी स्थायी डीटीओ की पोस्टिंग के लिए पत्र लिया जा रहा है. यहां के अफसरों को क्यों नहीं मिला डीटीओ का प्रभार एआइएमआइएम के प्रदेश सचिव व सारण प्रभारी अनस सलाम ने परिवहन विभाग पर गंभीर आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा कि 22 जुलाई 2024 को सरकार ने चार जिलों के लिए डीटीओ को प्रभार का जिम्मा सौंपा. आरा के डीटीओ रवि रंजन को सीवान का अतिरिक्त प्रभार मिला और पूर्वी चंपारण की डीटीओ निवेदिता कुमारी को गोपालगंज का अतिरिक्त प्रभार दिया गया. जब प्रभार में ही डीटीओ को रखना था तो यहां के अफसरों को क्यों नहीं अतिरिक्त प्रभार मिला. क्या सरकार को अपने ही अफसरों से भरोसा उठ गया है. गोपालगंज में राज्य का समेकित चेकपोस्ट है, इसलिए यहां स्थायी डीटीओ की पोस्टिंग होनी चाहिए या जिला प्रशासन गोपालगंज के अफसरों को प्रभार मिलनी चाहिए. लाइसेंस नहीं बन रहा है और हमारे लोगों का पुलिस चालान काट दे रही है. जिनका आवेदन हो चुका है, उनका लाइसेंस विभाग की लापरवाही से नहीं मिला, ऐसी परिस्थिति में पुलिस चालान काटेगी तो शुल्क परिवहन विभाग को भरना होगा, नहीं तो बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा.

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