करपी
. जयमंगलबिगहा नाला पर बने पुल से गिरकर डूबे पांच वर्षीय हर्ष राज का शव शनिवार की सुबह नाला से निकाला गया. शुक्रवार की देर रात तक एसडीआरएफ की टीम लगातार ग्रामीणों के साथ मिलकर नाला से शव निकालने का प्रयास करती रही, लेकिन आठ घंटे के लगातार प्रयास के बाद भी जब शव नहीं मिला, तो रात होने के कारण टीम के द्वारा शव खोजने का प्रयास रोक दिया गया. शनिवार की सुबह से ही थानाध्यक्ष उमेश राम ग्रामीण गोताखोरों के द्वारा शव की खोजबीन कराते रहे. सुबह सात बजे गांव के ग्रामीणों ने छह वर्षीय हर्ष का शव नाले से बाहर निकाला. नाला में बबूल के पेड़ की जड़ के नीचे शव फंसा हुआ था. इसके बाद नौ बजे एसडीआरएफ की टीम ने पुनः शव खोजने का अभियान शुरू किया. 10 बजे दिन में घटनास्थल से 200 मीटर दूर 11 वर्षीय पल्लवी कुमारी का शव नाले से निकाली गयी. पम्मी कुमारी की शव की खोजबीन करने के लिए एसडीआरएफ की टीम कई किलोमीटर दूर तक नाला में आगे गयी लेकिन नहीं मिली. अंततः दोपहर 12 बजे घटनास्थल से आठ किलोमीटर दूर पटना जिले के इमामगंज तथा जम्हारु के बीच घास गढ़ रही महिलाओं ने शव को देखा. इसकी सूचना पटना पुलिस को दी गयी. सूचना मिलते ही इमामगंज थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गयी तथा इसकी सूचना करपी थाना को दी. शव की पहचान के लिए सीओ आलोक कुमार, बीडीओ रोहित कुमार सिंह, परिवार के लोगों को साथ लेकर इमामगंज गये. शव की पहचान होने के बाद उसे घटनास्थल पर लाया गया. इसके बाद करपी थानाध्यक्ष ने तीनों शव को अंतपरीक्षण के लिए सदर अस्पताल अरवल भेजा. शुक्रवार को दिन में लगभग दो बजे जयमंगलबिगहा नाला में पुल से इ-रिक्शा अनियंत्रित होग पलट गयी थी जिसके फल स्वरुप यह दर्दनाक हादसा हुआ था. शव का पोस्टमार्टम हाउस पहुंचने की सूचना मिलते ही पोस्टमार्टम हाउस के पास लोगों की भीड़ लगी रही तथा इस घटना से लोग स्तब्ध थे.
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