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महिलाओं पर हो रहा अत्याचार, रोकने के लिए बने कठोर कानून

एटक कार्यालय में प्रभात खबर संवाद के दौरान महिला समाज के सदस्यों ने उठायी आवाज

महिलाओं को सशक्त बनाने के साथ सुरक्षा पर भी ध्यान दे केंद्र व राज्य सरकारकोलकाता की घटना ने देश को किया शर्मसार, आराेपियों को जल्द मिले फांसी प्रतिनिधि, बोआरीजोर महिलाओं के साथ हो रहे गैंगरेप, दुष्कर्म, हत्या के मामले को लेकर ललमटिया के एटक यूनियन कार्यालय में झारखंड राज्य महिला समाज के सदस्यों के साथ प्रभात खबर संवाद का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी बाबूलाल किस्कू ने की. कहा लगातार महिला उत्पीड़न की घटनाएं हो रही है. इसके रोकने के लिए लिए केंद्र व राज्य सरकार को कठोर कानून बनाकर अपराध करनेवालों को सजा देनी चाहिए . महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार योजना दे रही है. मगर महिलाओं की सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. महिलाएं हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही है. महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया जाना उचित नहीं है. राजनीति से लेकर नौकरी व खेलकूद के अलावा अन्य कई क्षेत्र में महिलाएं परचम लहरा रही है. पुरुषों के कंधा से कंधा मिलाकर काम कर रही है. इतना ही नहीं महिलाओं के साथ घिनौना अपराध हर तरफ किया जा रहा है. शहर से लेकर गांव तक यहां तक कि घर में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं है. कोलकाता के अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ किये गये घिनौनी हरकत व हत्या की घटना से देशवासी शर्मसार हैं. ऐसी घटना से महिलाओं का मनोबल टूट रहा है. मौके पर पूर्व जिला परिषद सदस्य रामजी साह, साहित्यकार डॉ राधेश्याम चौधरी, राधा प्रसाद साह, टेरेसा सोरेन, अग्नेश मुर्मू, बेटा राम मुर्मू आदि उपस्थित थे .कार्यक्रम का संचालन प्रतिनिधि ध्रुव कुमार भगत ने किया. बोलीं महिलाएं : जघन्य अपराध करनेवालों को मिले फांसी की सजा महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करनेवाले अपराधियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए. ताकि महिलाओं पर अत्याचार करनेवालों में भय कायम हो पाये. महिलाओं को भी जागरूक करने की जरूरत है. कोई भी अनजान व्यक्ति दिखाई दे तो पुलिस को सूचना तुरंत दे. बाबूलाल किस्कू देश के हर हिस्से में महिला के साथ अत्याचार हो रहा है. महिला अकेले घर से निकलने में डरती है. देश को विकसित करने के लिए सरकार आधी आबादी को आत्मनिर्भर बना रही है. कोलकाता के अस्पताल की घटना निंदनीय है. सरकार दोषी व्यक्ति को जल्द फांसी दे. मालती मुर्मू महिलाओं के साथ अत्याचार को लेकर सरकार कठोर कानून बनाने का काम करे, जिससे अपराध करने वाले का रुह कांप उठे. महिला अपने कार्य के लिए घर से बाहर निकलती है. पर परिवार वाले एवं महिला को डर लगा रहता है. बढ़ रहे अपराध पर रोक लगनी चाहिए. – निहारिका कुमारी कोलकाता अस्पताल की कांड बहुत ही निंदनीय है. जब अस्पताल में डॉक्टर सुरक्षित नहीं है तो अन्य जगह की बात करना बेईमानी है. सरकार बिल्कुल ही महिला पर हो रहे अत्याचार को रोकने में विफल है. आखिर कब तक महिलाओं की चीत्कार से समाज शर्मसार होगा. – सुहागिनी मरांडी कोलकाता अस्पताल की घटना से पूरा देश शर्मसार हुआ है. सरकार को ऐसी घटना को रोकने के लिए कठोर कानून बनाना होगा. आज हर दिन बड़ी-बड़ी घटना हो रही है. कुछ मामले लज्जा व भयवश दब जाते हैं. कुछ मामले ही खुलकर सामने आ पाते हैं. कठोर सजा मिले. -वासु देवी देश के हर राज्य में महिला के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है. महिलाओं को भी जागरूक होना पड़ेगा. किसी व्यक्ति को अपना समझने से पहले पूरी तरह से उसकी पड़ताल करनी चाहिए. जरा-सी शक होने पर पुलिस को सूचना देनी चाहिए. ताकि उनके साथ कुछ गलत न हो सके. – निर्मला मरांडी देश विकसित तभी हो पायेगा. जब आधी आबादी का विकास हो होगा. देश के हर हिस्से में आदमी के वेश में दानव घूम रहा है. वजह से महिला सुरक्षित नहीं हो रही है. सरकार को महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर हो. हिंसा रोकने के लिए सख्त से सख्त कदम उठाने की जरूरत है. मीना हांसदा महिला अपने ऊपर हो रहे अत्याचार को बर्दाश्त कर रही है. सरकार इस पर गंभीरता पूर्वक विचार करे. महिला पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए पहल की जाये. आज महिला आयोग जैसी संस्था भी कठपुतली की तरह नाच रही है. ठोस कानून बनाने की जरूरत है. –संझली मुर्मू

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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