सीएंडडी (कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलेशन ) प्लांट का काम अधर में लटक गया है. आमाघाटा व गोधर में जमीन विवाद के बाद अब जामाडोबा में प्लांट के लिए जमीन चिन्हित की गयी है. हालांकि जो कंपनी सीएंडडी प्लांट बना रही है, उसके दोनों जगहों पर कंस्ट्रक्शन में 56 लाख खर्च हो चुके हैं. दो करोड़ की मशीन भी आ चुकी है. जमीन विवाद के कारण आगे का काम नहीं हो रहा है. सीएंडडी प्लांट का काम कर रही कंपनी एच आर स्क्वायर के पदाधिकारी विजय रामा राजू ने कहा कि धनबाद नगर निगम में काम करना मुश्किल हो गया है. जमीन का पेपर क्लियर नहीं होने के कारण दो जगहों पर काम हुआ और विवाद के बाद काम बंद हो गया. कंस्ट्रक्शन में लगभग 56 लाख रुपये खर्च हो गये. दो करोड़ की मशीन भी छह माह पहले आ चुकी है. मशीन की रखवाली के लिए 12 हजार रुपये मासिक गार्ड को भुगतान करना पड़ रहा है. पहले जो राशि खर्च हुई है, निगम उसका भुगतान करें. जामाडोबा में जहां जमीन चिह्नित की गयी है, उसका पेपर उपलब्ध कराये. पॉल्यूशन बोर्ड से एनओसी लेने के बाद सीएंडडी प्लांट का काम शुरू किया जायेगा. नगर निगम को राशि के भुगतान के लिए 10-15 बार मेल पर री-माइंडर किया गया, लेकिन अब तक एक भी मेल का जवाब नहीं मिला. राज्य के प्रिंसिपल सेक्रेटरी से भी बात की लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ. लगभग तीन करोड़ रुपया नगर निगम में फंस गया है. इधर, नगर आयुक्त रवि राज शर्मा ने कहा कि आमाघाटा में रैयरी व गोधर में बीसीसीएल की जमीन के कारण बीच में ही काम रोकना पड़ा. जामाडोबा में जमीन चिन्हित किया गया है. कंपनी का अब तक जो खर्च हुआ है, उसको एडजस्ट कर लिया जायेगा. कंपनी को काम शुरू करने को कहा गया है.
7.5 करोड़ की लागत से बनना है सीएंडडी प्लांट :
पेबर ब्लॉक व फ्लाई एश के लिए 7.5 करोड़ का प्लांट लगना है. अब जामाडोबा में यह प्लांट लगेगा. नेशनल क्लिन एयर प्रोग्राम के तहत सीएंडडी प्लांट लगाया जाना है. इसके लगने से शहर की बिल्डिंग मेटेरियल का उपयोग होगा और सस्ते दामों में संवेदकों को पेवर ब्लॉक दिया जायेगा. फ्लाई एश की अलग से बिक्री भी होगी. सीएंडडी प्लांट का डीपीआर आकक्यूज कंसल्टेंट ने बनाया है.बायो मेडिकल वेस्ट के साथ बनेगा सीएंडडी प्लांट :
बॉयोमेडिकल वेस्ट प्लांट के साथ सीएंडडी प्लांट लगाया जायेगा. इसके लिए 7.5 करोड़ रुपये स्वीकृत है.फ्लाई एश व पेबर ब्लॉक की मार्केटिंग करेगा नगर निगम :
फ्लाई एश व पेबर ब्लॉक की मार्केटिंग नगर निगम करेगा. निगम में चल रही योजनाओं में पेवर ब्लॉक व फ्लाई एश ईंट का इस्तेमाल किया जायेगा. इस प्लांट से नगर निगम को सालाना एक करोड़ राजस्व का लक्ष्य रखा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है