महिला सशक्तिकरण का भी हो रहा हनन
उदाकिशुनगंज नगर परिषद के मुख्य पार्षद के पुत्र पर विकास कार्य में बाधक बनने व महिला सशक्तीकरण के अधिकार हनन करने का आरोप लगाया गया है. शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री, प्रधान सचिव व विभागीय मंत्री को पत्र लिखकर मामले की शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है. शिकायतकर्ता नीतीश राणा ने कहा कि उदाकिशुनगंज को नया नगर परिषद बने तकरीबन ढ़ाई साल बीत गए हैं. बावजूद अब तक अपेक्षित विकास नहीं हो पाया है. इसका मुख्य कारण नगर परिषद के विकास कार्य में मुख्य पार्षद अनुसूइया देवी के पुत्र कर्ण कुमार उर्फ टीपू मिश्रा हैं. शिकायतकर्ता ने कहा है कि नगर परिषद कार्यालय में मुख्य पार्षद अनुसूइया देवी की कुर्सी पर टीपू मिश्रा स्वयं विराजमान रहते हैं. सामान्य व विशेष बैठक में मुख्य पार्षद की जगह स्वयं टीपू मिश्रा उपस्थित होते हैं. बीते दिनों अनुमंडलीय अस्पताल में रोगी कल्याण समिति की बैठक में स्वयं टीपू मिश्रा की उपस्थित होने से घंटों बवाल मचा.
नप के सीसीटीवी से आरोपों की हो जांच
प्रायः कार्यपालक पदाधिकारी के कक्ष में घुसकर बैठ जाते हैं. इससे आम-आवाम अपनी समस्या खुलकर अधिकारी के सामने नहीं रख पाते हैं. सभी शिकायतों का प्रमाण नप कार्यालय में लगे सीसीटीवी की जांच कर की जा सकती है. उन्होंने कहा कि सरकार जहां महिला सशक्तिकरण के जरिए महिला को सशक्त बनाने का कारगर पहल कर रही है, वहीं इस प्रकार के कृत्य से महिला के अधिकार का हनन हो रहा है. इतना ही नहीं, मुख्य पार्षद के इस्तेमाल होने वाले वाहन का उपयोग स्वयं सामने पुत्र नेमप्लेट लगवा कर रहे हैं. सरकारी राशि का खर्च निजी कार्यों में किया जा रहा है. नगर परिषद में गंदगी और जलजमाव की समस्या गंभीर है. कुड़ा-कचड़े का उचित प्रबंधन नहीं है. यंत्र-तंत्र फेंक दिया जाता है. इससे संक्रामक बीमारियों का खतरा बना रहता है. मुख्य पार्षद अनुसूइया देवी के पुत्र की गलत मानसिकता के कारण कचड़ा निस्तारण के लिए अब तक जमीन अधिग्रहण संभव नहीं हो सका है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है