जमुई. पर्यावरण प्रेमी संस्था साइकिल यात्रा एक विचार मंच की 45वीं रविवारीय यात्रा खैरा प्रखंड क्षेत्र के दाबिल गांव पहुंची, जहां तीन दर्जन से अधिक पौधाें का रोपण कर लोगों को पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूक किया गया. यात्रा जमुई प्रखंड कार्यालय परिसर से निकलकर कचहरी चौक, महाराजगंज चौक, पुरानी बाजार, भछियार, नीमा, गरसंडा होते हुए दाबिल गांव पहुंची. मौके पर मंच के सदस्य अजीत कुमार ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी नागरिकों का सहयोग अनिवार्य है. केवल सरकार के भरोसे पर्यावरण संतुलन संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि संसार के सभी मानव संकल्प करें कि कम से कम 10 पौधे जरूर लगाएंगे. हरेराम कुमार सिंह ने बताया भारत के 140 करोड़ नागरिक यदि 10-10 पौधे लगाएंगे तो सहजता तथा सरलता से 1,400 करोड़ लग जायेंगे. पर्यावरण संरक्षण के लिए 33 फीसदी जंगल अनिवार्य है पर भारत में 15 फीसदी ही बचा है. बिहार में केवल 13 फीसदी ही जंगल है. बिहार सरकार 2 फीसदी जंगल बढ़ाने में असफल है इसका कारण है कि सरकार यदि 100 पौधे लगाती हैं तो स्वार्थी मानव 200 पेड़ काट डालते हैं. परिणामस्वरूप जंगल वृद्धि नगण्य है. जन जागरण से ही पर्यावरण संकट दूर होगा अन्यथा ग्लोबल वार्मिंग के कारण तापमान 50 डिग्री सेल्सियस से 60 डिग्री सेल्सियस हो जायेगा. इससे मानव जीवन संकट में पड़ जायेगा. इसलिए पेड़ बचाइये, मानव जीवन बचाइये दूसरा कोई विकल्प नहीं है. मौके पर सदस्य अजीत कुमार, सिंटू कुमार, मनीष कुमार, अभिषेक कुमार, संतोष कुमार, ग्रामीण सुभाष राम, ब्रह्मदेव राम ,प्रेम कुमार, विशाल कुमार सहित अन्य उपस्थित थे.
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