रांची : भाजयुमो की 23 अगस्त को हुई रैली में भाजपा के 51 नेताओं पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. इसमें कई मंत्री, सांसद और विधायक के नाम भी शामिल हैं. राजधानी के कार्यपालक दंडाधिकारी संजय कुमार ने इन नेताओं पर सरकारी काम-काज में बाधा डालने और भड़काऊ भाषण देने आदि का आरोप लगाया है. प्राथमिकी में सारठ के विधायक रणधीर सिंह का नाम 14वें आरोपी के रूप में शामिल किया गया है. इस दिन विधायक रणधीर सिंह की दुमका कोर्ट में पेशी थी. श्री सिंह 12.30 बजे दुमका कोर्ट में पेश हुए थे.
रैली में शामिल नहीं हुए थे सारठ विधायक
सारठ विधायक रणधीर सिंह मोरहाबादी मैदान में भाजयुमो की आक्रोश रैली में शामिल नहीं हुए थे. दुमका में 2010 के सूखा को लेकर एक आंदोलन के सिलसिले में उन पर मामला दर्ज हुआ था. उस वक्त रणधीर सिंह झारखंड विकास मोर्चा में थे. अभी सिंह भाजपा से सारठ के विधायक हैं.
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घटना के दिन हुआ था लाठीचार्ज :
23 अगस्त को मोरहाबादी मैदान में पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. पुलिस ने दर्ज केस में भाजपा नेताओं पर मुख्यमंत्री आवास घेराव की अनुमति के बिना रैली निकालने का आरोप लगाया है. साथ ही नेताओं पर विधि व्यवस्था बिगाड़ने व पुलिसकर्मियों पर पत्थर चलाते हुए हमला करने का आरोप लगाया है. कई पुलिसकर्मियों के घायल होने का केस भी दर्ज कराया गया है.
23 अगस्त को दुमका कोर्ट में मेरी पेशी थी
मेरी 23 अगस्त को दुमका कोर्ट में पेशी थी. इस कारण मैं रांची नहीं आ पाया था. इसके बाद भी मोरहाबादी मैदान में आयोजित भाजयुमो के कार्यक्रम के दौरान हुई घटना में मुझ पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. असल में हेमंत सरकार डरी हुई है. इस कारण झूठी प्राथमिकी दर्ज करायी जा रही है. भाजपा के कार्यकर्ता इससे डरने वाले नहीं हैं. हम लोग सच उजागर करेंगे़ जनता को हेमंत सरकार की सच्चाई बतायेंगे.
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