Bihar Flood Update: भागलपुर के पुलिस जिला नवगछिया अंतर्गत गोपालपुर प्रखंड में सैदपुर पीडब्लूडी सड़क पर बंद पुलिया को खोलने पहुंची प्रशासन की टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया. पुलिस व प्रशासनिक पदाधिकारियों पर स्थानीय लोगों के द्वारा पथराव की सूचना मिली है. प्रशासन की टीम पानी के बढ़ते दबाव को देखते हुए बंद पुलिया को खुलवाने पहुंची थी. जिसका विरोध ग्रामीण कर रहे थे. वहीं इस हमले में कुछ पुलिसकर्मियों के जख्मी होने की भी बात सामने आयी है.
बंद पुलिया खोलने गयी प्रशासन की टीम का विरोध
नवगछिया के सैदपुर पीडब्लूडी सड़क पर चपरघट गांव के पास बंद पुलिया को खोलने गए प्रशासनिक अधिकारियों पर स्थानीय लोगों द्वारा पथराव किए जाने की घटना सामने आई है. मिली जानकारी के अनुसार, गुस्साए लोगों ने इस दौरान परबत्ता थाना पुलिस के वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. वहीं स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया और हालात को शांत करने के प्रयास किए हैं. पुलिस घटनास्थल पर तैनात है और ग्रामीणों की नाराजगी जानने और उन्हें समझाने-बुझाने की कोशिश की जा रही है. नवगछिया के एसपी पूरण कुमार झा भी मौके पर मौजूद हैं.
गोपालपुर की लाइफ-लाइन कही जाने वाली सड़क पर मंडरा रहा खतरा
बता दें कि नवगछिया में गंगा नदी का पानी तेजी से फैल रहा है. पिछले दिनों गोपालपुर में रिंग बांध टूटने के बाद कई इलाके जलमग्न हो गए. वहीं गोपालपुर प्रखंड की लाइफ-लाइन तिनटंगा करारी-सैदपुर-नवगछिया पीडब्लूडी सड़क पर पानी का दबाव बढ़ जाने की वजह से कई जगहों पर यातायात की समस्या भी रविवार को आयी. सैदपुर, गोपालपुर, पचगछिया आदि गांवों में पानी का दबाव काफी अधिक है. जिसके बाद बंद पड़े पुलिया को खुलवाने का काम प्रशासन की ओर से किया जा रहा है. बता दें कि पुलिया खोले जाने के पक्ष में ग्रामीण नहीं हैं.
बंद पुलिया को खोला जाएगा, सड़क पर से खतरा टलेगा
पानी का दबाव काफी बढ़ चुका है. प्रशासन ने छोटे पुलियों को खोलने की कार्रवाई शुरू की है. सैदपुर गांव तक करीब चार से पांच छोटे पुलिया हैं. उन्हें बारी-बारी से खोले जाने की तैयारी है. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल का कहना है कि पानी काफी कम क्षेत्रफल में जमा हो रहा है और इससे पानी का लेवल ऊंचा हो रहा है. जमींदारी बांध पर दबाव बढ़ गया है. जिससे रिसाव शुरू हो चुका है. रोड़ पर भी खतरा मंडरा रहा है. रोड के क्षतिग्रस्त होने की संभावना बढ़ गयी है. वहीं पुलिया खोले जाने पर पानी फैलेगा तो रोड पर दवाब कम होगा और सड़क सुरक्षित रहेगी. हालाकि पुलिया खुलने से कई गांवों में पानी फैलेगा. जिसे लेकर ग्रामीण सहमे हुए हैं.