जमुई. जिला मुख्यालय स्थित एक निजी अस्पताल में एक सप्ताह से इलाजरत मरीज की मौत से आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर हंगामा किया. लोग क्लिनिक के आगे जमुई-सिकंदरा मुख्य मार्ग को जाम कर चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे. इस दौरान लगभग तीन घंटे तक मुख्य मार्ग जाम रहा. झाझा थाना क्षेत्र के कलयुगहा गांव निवासी मृतक शंकर मंडल के परिजनों ने बताया कि सात दिन पहले उन्हें इस अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सोमवार को इंजेक्शन लगाने के साथ ही उनकी मौत हो गयी. मृतक शंकर मंडल की पत्नी यशोदा देवी ने बताया कि मेरे पति के हाथ में चोट थी. इलाज कराने के लिए उनको यहां लाया गया था. पति अपने से खाना आदि भी खाते थे और पूरी तरह से ठीक थे. सोमवार को इंजेक्शन लगाने के बाद वे बेचैन हो गये और थोड़ी देर में ही दम तोड़ दिया. सूचना पाकर पहुंची सदर थाना की पुलिस हंगामा कर रहे लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया. मामले को लेकर मृतक शंकर मंडल की पत्नी यशोदा देवी ने पुलिस को एक लिखित आवेदन भी दिया है. मुख्य सड़क करीब तीन घंटे तक जाम रहने से आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. सड़क पर गाड़ियों की लंबी कतार लग गयी थी.
कहते हैं थानाध्यक्ष
सदर थानाध्यक्ष अरुण कुमार ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है, पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
कहते हैं चिकित्सक
चिकित्सक डॉ नीरज साह ने बताया कि इलाज के दौरान कोई लापरवाही नहीं की गयी है. मृतक के परिजनों की ओर से लगाये जा रहे सभी आरोप बेबुनियाद हैं. उक्त मरीज को सोमवार को ऑपरेशन के लिए लाया गया. ऑपरेशन के पहले सूई दी गयी थी और उन्हें हार्ट अटैक आ गया. इससे उनकी मौत हो गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है