पोस्टमार्टम के बाद शव गांव नेउरा पहुंचते ही गम में डूबे परिजन बिहार में अपराधियों के निशाने पर व्यवसायी : प्रधान महासचिव राजद मृतक के पुत्र से तेजस्वी यादव ने की बात, दिलाया न्याय का भरोसा 25 लाख रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग प्रतिनिधि, मीनापुर पूर्व सरपंच विजय प्रभाकर का शव पोस्टमार्टम के बाद सोमवार को गांव नेउरा पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया. अंतिम संस्कार में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. इसमें अधिकांश दलों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए. पूर्व सरपंच के पुत्र शेखर कुमार ने पिता को मुखाग्नी दी. घटनास्थल पर पहुंचे राजद के प्रदेश प्रधान महासचिव, बिहार प्रदेश तैलिक साहू सभा के प्रदेश अध्यक्ष व मोरवां के विधायक रणविजय साहू ने घटना को लेकर काफी नाराजगी दिखायी. उन्होंने एसएसपी व सिटी एसपी से फोन पर बात कर 72 घंटे में मामले का उद्भेदन करने की मांग की. उन्होंने मृत पूर्व सरपंच के पुत्र शेखर को पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से बात करायी. उन्होंने न्याय का भरोसा दिलाया. रणविजय साहू ने कहा कि एक शिष्टमंडल शीघ्र डीजीपी से मिलेगा. कहा कि मुजफ्फरपुर ही नहीं पूरे बिहार में व्यवसायियों को टारगेट किया जा रहा है. पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस सक्रिय रहती तो घटना रोकी जा सकती थी. मृतक के आश्रित को 25 लाख रुपये मुआवजा व सरकारी नौकरी तथा घायलों को 10-10 लाख अनुग्रह राशि दी जाये. राजद नेताओं ने घायलों के इलाज को लेकर अस्पताल में बात की और मदद का आश्वासन दिलाया. जिलाध्यक्ष रमेश गुप्ता ने कहा कि वर्तमान सरकार में सत्ता संरक्षित अपराधी तांडव मचा रहे हैं. अपराधियों में डर नहीं है. मौके पर जिला पार्षद हिमांशु गुप्ता, मिथिलेश यादव, विक्रांत यादव, वैश्य नेता साहू भूपाल भारती, सच्चिदानंद कुशवाहा, रामबाबू यादव, सुधीर यादव, अभिमन्यु यादव, जितेंद्र किशोर, उमाशंकर सहनी, अमरेन्द्र कुमार, रणधीर यादव, इ. शिवानंद साहू, राज कुमार साह, अवध बिहारी गुप्ता, रत्नेश साहू, चंदेश्वर साह, सदरूल खान, तेजनारायण सहनी, पूर्व मेयर सुरेश कुमार, जिला पार्षद प्रेम कुमार गुप्ता, डॉ ओमप्रकाश, जगदीश गुप्ता सहित अन्य नेताओं ने पूर्व सरपंच को श्रद्धांजलि दी.
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