भंडरा. हाथियों का एक झुंड रविवार की रात अचानक कैरो प्रखंड की सीमावर्ती बंडा गांव पहुंच गया. हाथियों के विचरण तथा चिंघाड़ने की आवाज सुनकर ग्रामीण घरों से निकलकर सड़क पर आ गये. हाथियों को गांव से खदेड़ दिया. इसके बाद हाथियों का झुंड भंडरा प्रखंड के कसपुर, सेमरा होते तिलसीरी गांव के समीप पहुंचा. जहां सोमवार को दिन भर डेरा जमाये रखा. इस दौरान हाथियों ने नवडीहा गांव के जुगल उरांव, कसपुर गांव के रामू लोहरा, एतवा उरांव, संतोष उरांव, अनिल उरांव सहित आधा दर्जन किसानों की धान की फसल को रौंद दिया. झुंड में 20 हाथी बताये जा रहे हैं, जो कैरो के नौरौली गांव होते भंडरा के बंडा गांव पहुंचे. झुंड में चार बच्चा व एक हथिनी भी है. हाथियों के भय से सेमरा, कसपुर, तिलसीरी, अमदारी, पलमी के ग्रामीण रतजगा करने को विवश हैं. पिछले माह भी हाथियों ने जमगई, गडरपो व भीठा पंचायत जम कर उत्पात मचाया था. जिससे ग्रामीण परेशान थे. वन विभाग हाथियों के झुंड की निगरानी कर रहा है. पर हाथियों को जंगल की अोर खदेड़ने की दिशा में कोई पहल नहीं कर रहा है. जिससे ग्रामीणों में वन विभाग के प्रति आक्रोश व्याप्त है.
हाथी को छेड़ने से जान-माल का हो सकता है नुकसान
हाथी आने की सूचना पर भीड़ इकट्ठा हो जा रही है. हाथी दिन भर किसी जंगल या पतरा में रुक जाते हैं. भीड़ में शामिल लोग हाथियों के साथ छेड़छाड़ भी करते हैं. कुछ लोग बम-पटाखा फोड़ते नजर आते हैं. जिसके कारण हाथी उग्र हो जाते हैं. ऐसी स्थिति में जान-माल का भी नुकसान हो सकता है. हाथी देखने के लिए अप्रत्याशित भीड़ लग रही है. भीड़ को रोकने में वन विभाग व स्थानीय पुलिस असफल साबित हो रही है.हाथियों के आतंक से लोग परेशान
कैरो. प्रखण्ड क्षेत्र में इस वर्ष हाथियों का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है. हर 15 दिनों के अंदर कैरो, सढ़ाबे, एडादोन, गोपालगंज, बकसी, चाल्हो, महुवरी, गजनी, उतका, नरौली आदि गांव में हाथियों का झुंड दस्तक दे रही है, जब भी हाथियों का झुंड आता है कभी किसी का घर,कभी अनाज तो कभी खेती को नुकसान पहुंचा रहे हैं. बीते दो दिनों से 20 से ज्यादा हाथियों का झुंड गोपालगंज होते नरौली गांव के सीमाने पर पहुंचकर खंडा और नरौली के किसानों के खेतों में लगी धान,मकई आदि फसलों को रौंद डाला. रविवार की रात्रि नरौली निवासी महताब आलम,नूरमोहमद अंसारी,अबुल अंसारी,अपसर अंसारी,दिलेश्वर सहुआदि के खेतों में धान के फसल को रौंद कर बर्बाद कर दिया. किसानों ने फसल नुकसान को लेकर अंचलाधिकारी को लिखित आवेदन देने की बात कही. हाथियो के आने से ग्रामीण भय के माहौल में है,ग्रामीण रतजगा करने पर भी मजबूर हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है