लोहरदगा. झारखंड प्रदेश मुखिया संघ के निर्देशानुसार लोहरदगा जिला मुखिया संघ की बैठक बक्सीडीपा में संघ के जिला अध्यक्ष बासुदेव उरांव की अध्यक्षता में की गयी. बैठक में जिलाध्यक्ष ने कहा कि मुखिया के विभिन्न मांगों को लेकर प्रदेश मुखिया संघ के आह्वान पर जिले के सभी मुखिया 27 अगस्त 2024 से अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे. कहा आपातकाल को छोड़कर योजना संबंधी कार्य नहीं होंगे. कहा की जब तक मांगे पूरी नहीं होती है तब तक हड़ताल जारी रहेगा. उन्होंने बताया कि मुखियाओं के अधिकार, सुरक्षा, बीमा संबंधी कई मांग को लेकर विभागीय अधिकारी सहित मंत्री, सरकार को ज्ञापन सौंपा जा चुका है. परंतु अब तक इन सभी मांगों पर किसी भी तरह का कोई पहल नहीं किया गया है. अंततः अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया. बैठक में मुख्य रूप से संरक्षक दिलीप कुमार उरांव, सचिव परमेश्वर महली, अनिल उरांव, सुमित उरांव, धनेश्वरी उरांव, सुमंती तिग्गा, कैली उरांव, सुमित उरांव, बसंत उरांव, सुनील उरांव, टेले उरांव, राजकिशन उरांव, प्रदीप उरांव, भागवत खेरवार, सुमन उरांव, सुमित्रा उरांव, कमला देवी, राजश्री उरांव सहित जिले के मुखिया शामिल थे.
एमएसीपी ही शिक्षकों का सही सम्मान : झापसा
लोहरदगा. विगत 25 वर्षों से जिस प्रकार से प्राथमिक शिक्षकों का प्रोन्नति बाधित है और शिक्षकों को सहायक शिक्षक, सहायक आचार्य, 1 से 5 और 6 से 8 में बांटा जा रहा है. घटे हुए वेतनमान पर प्रारंभिक शिक्षकों की नियुक्ति की जा रही है. इससे स्पष्ट हो चुका है कि शिक्षकों को केंद्रीय शिक्षकों सदृश्य वेतन और सुविधाएं मिलना तो दूर की बात है, उनका सम्मान भी अब पहले जैसा नहीं रहा. ऐसी परिस्थिति में राज्य के अन्य कर्मियों की तरह प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षकों को एमएसीपी मिले. झारखंड प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले बीआरसी भवन रांची में हुई. बैठक में एमएएसपी बहाली के लिए विभिन्न शिक्षक संगठनों द्वारा किये जा रहे प्रयास का समर्थन किया गया. बैठक में एक स्वर में एमएसीपी बहाली के लिए प्रयास तेज करने का निर्णय लिया गया. बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार सुमन ने किया. बैठक में महासचिव प्रेम प्रसाद राणा, उपाध्यक्ष मुमताज अहमद, भोला नाथ दीक्षित, मनीलाल दास , विनोद उपाध्याय शर्तुक प्रधान , लीलावती मिंस,सोशन मिंज हेमेंद्र मंडल , सत्यनारायण यादव, जय मंगल सिंह, भूषण महतो, बसंती देवी, पुरुषोत्तम दास, देवंती कुमारी, सत्यनारायण यादव आदि विभिन्न जिले के जिला प्रतिनिधियों ने भी अपना विचार रखा.
स्कूली बच्चों को मिलने वाली साइकिल की गुणवत्ता पर प्रश्नचिह्न
लोहरदगा. लोहरदगा जिला में सरकारी विद्यालय में बच्चों को मिलने वाली साइकिल की गुणवत्ता पर प्रश्नचिन्ह लग गया है. बच्चों को डैमेज साइकिल दी जा रही है.बच्चे तो बच्चे अभिभावक भी परेशान हैं.साइकिल मिलने के बाद बच्चों एवं अभिभावकों को अतिरिक्त राशि खर्च कर बनवाना पड़ता है.जिसमें अच्छी खासी राशि खर्च करनी पड़ती है. जिस कारण अभिभावक पैसे के अभाव में साइकिल को घर पर हीं रखवा देते हैं. साइकिल का अधिकांश कल पुरजा घटिया किस्म का है. फिटिंग भी सही नहीं है. न ही साइकिल में लगने वाली गोली सही मात्रा में,न हीं ग्रीसिंग किया गया है. सीट व अन्य कलपुर्जे भी काफी घटिया है.एक अभिभावक ने कहा कि बेहतर होता सरकार बच्चों के खाते में पैसा डालवा देती, तो बच्चों के मनोनुकूल साइकिल खरीदा जा सकता था. ऐसा प्रतीत होता है कि बच्चों की साइकिल के नाम पर भी खेला किया गया. लेकिन सरकारी अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है