कोलकाता .दुर्गा पूजा में रेडलाइट एरिया की मिट्टी का इस्तेमाल होता है. इधर, सोशल मीडिया पर यह बात फैल गयी कि आरजी कर की घटना के विरोध में सोनागाछी से इस बार मिट्टी नहीं दी जायेगी. इसका सोनागाछी की यौनकर्मियों ने खंडन किया है. उनका कहना है कि यह अफवाह है. दुर्गा पूजा में रेडलाइट एरिया की मिट्टी ली जाती है और यौनकर्मी इसमें कोई बाधा नहीं डालेंगी. बता दें कि पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है. इसमें सोनागाछी की यौनकर्मियों द्वारा दुर्गापूजा के लिए मिट्टी नहीं देने की बात कही गयी है. यौनकर्मियों ने दावा है कि उनके नाम पर झूठ प्रसारित किया जा रहा है. बता दें कि अखिल भारतीय प्राच्य विद्या अकादमी के अध्यक्ष के अनुसार शास्त्रों के अनुसार, सप्तमी, अष्टमी और नवमी के दिन मां का महास्नान होता हैं, जिसमें 10 प्रकार की मिट्टी लगती है. इनमें सबसे महत्वपूर्ण रेडलाइट एरिया की मिट्टी होती है. इस मिट्टी को न देने का मतलब व्यावहारिक रूप से पूजा का विरोध करना है. सोनागाछी की दुर्बार महिला समन्वय कमेटी की सुजाता साहा ने बताया कि रेडलाइट की यौनकर्मी दुर्गा पूजा में अड़चन नहीं डालना चाहतीं. वे भी चाहती हैं कि आरजी कर की घटना के दोषियों को सजा मिले. लेकिन बंगाल की दुर्गा पूजा देशभर में प्रसिद्ध है. पूरे साल लोगों को इसका इंतजार रहता है. इसलिए इसमें विघ्न क्यों डाली जाये?
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