भाजपा में धनबाद विधानसभा क्षेत्र से टिकट के सबसे ज्यादा दावेदार सामने आ रहे हैं. अब तक दो दर्जन से ज्यादा दावेदार सामने आ चुके हैं. इसमें भाजपा के कई सक्रिय नेताओं के अलावा कुछ नये चेहरे भी सामने आये हैं. कई वकील, नौकरशाहों की भी नजर धनबाद विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर है. सूत्रों के अनुसार धनबाद से भाजपा के टिकट पर वर्तमान विधायक राज सिन्हा एक बार फिर मैदान में उतरने की तैयारी में हैं. पिछले दो बार से धनबाद से विधायक राज सिन्हा लगातार रांची, दिल्ली नेतृत्व के संपर्क में हैं. धनबाद से टिकट के लिए भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सह प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सत्येंद्र कुमार भी मैदान में कूद चुके हैं. धनबाद के पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल भी टिकट के गंभीर दावेदार हैं. युवा नेता अमरेश सिंह भी टिकट के लिए प्रदेश एवं केंद्रीय नेतृत्व को आवेदन दिया है. प्रदेश कार्यसमिति सदस्य संजीव अग्रवाल भी धनबाद से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. इनके अलावा भाजपा के पूर्व महानगर जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह, पूर्व उपाध्यक्ष संजय झा, भाजयुमो के प्रदेश महामंत्री रूपेश सिन्हा, भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री रमा सिन्हा, भाजपा नेता दीपक चौधरी सहित कई नेताओं ने भी प्रदेश नेतृत्व के समक्ष अपना दावा पेश किया है. भाजपा व्यवसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक रंजीत सिंह ने भी टिकट के लिए दावा पेश किया है.
कई व्यवसायी, अधिवक्ता भी कर रहे हैं दावा :
युवा व्यवसायी सह समाजसेवी एलबी सिंह भी भाजपा की टिकट की दौड़ में शामिल हैं. पिछले दिनों उन्होंने शहर में विशाल तिरंगा यात्रा निकाल कर तथा जगह-जगह संपर्क सभा कर अपनी सक्रियता बढ़ा दी है. इसी तरह समाजसेवी हरेंद्र सिंह भी मैदान में खुल कर सामने आ गये हैं. दोनों का ही शहर में जगह-जगह होर्डिंग्स, बैनर लगा है. सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता अपूर्व लाल ने भी धनबाद विस से टिकट के लिए दावा किया है. हाइ कोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट के कई अन्य अधिवक्ताओं की दावेदारी की भी सूचना है.प्रभारी, सह-प्रभारी को मेल पर भेज रहे हैं आवेदन :
सूत्रों के अनुसार धनबाद से टिकट के दावेदारों से झारखंड भाजपा के चुनाव प्रभारी सह केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान व सह प्रभारी तथा असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्व शर्मा को इ-मेल से आवेदन भेजा जा रहा है. दोनों ही नेताओं को कई दावेदारों ने अपनी गतिविधियों का वीडियो फुटेज व बैनर-होर्डिंग्स की तस्वीरें भी भेजी हैं. प्रदेश नेतृत्व से सबके बारे में फीडबैक मांगा गया है. जिलाध्यक्ष से भी हर विधानसभा क्षेत्र के लिए तीन-तीन नामों की सूची मांगी गयी है. सर्वे भी कराया जा रहा है. रायशुमारी की प्रक्रिया भी होगी. सितंबर माह में ही सारी प्रक्रिया पूरी होने की संभावना है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है