24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

कहलगांव में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 94 सेंटीमीटर ऊपर

गा के जलस्तर में घटने का क्रम शुरू हो गया है.

गंगा के जलस्तर में घटने का क्रम शुरू हो गया है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार प्रति आठ घंटा में एक सेंटीमीटर की घटत के साथ गंगा का जलस्तर सोमवार की शाम 6:00 बजे तक 32.03 मीटर पर जा पहुंचा था, जो खतरे के निशान से 94 सेंटीमीटर ऊपर है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा के जलस्तर घटने की संभावना व्यक्त की गयी है. गंगा के जलस्तर में लगातार पिछले दिनों हुई वृद्धि से प्रखंड के दर्जन भर पंचायत के सैकड़ों घरों में बाढ़ का पानी घुसा है.पक्कीसराय, तौफील, आमापुर, कुलकुलिया, पकड़तल्ला, अंतीचक, धनौरा, भोलसर, एकचारी, घोघा, ओगरी, महेशामुंडा इलाके के सैकड़ो घरों में पानी फैला है. इधर गोपालपुर के इस्माईलपुर-बिंद टोली में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है. लगातार खतरे के निशान से जलस्तर ऊपर रहने से स्पर संख्या छह, छह एन व नौ पर पानी का काफी दबाव है. गंगा प्रसाद धार में भी पानी पहुंचने से जमींदारी बांध पर जगह-जगह दवाब बना हुआ है. जल संसाधन विभाग ने तटबंधों पर चौकसी बढ़ा दिया है.

बाढ़ पीड़ितों को तत्काल सुविधा देने की मांग

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के महासचिव रजनीश सिंह ने अपने सहयोगियों के साथ इस्माईलपुर-बिंद टोली तटबंध टूटने के बाद गोपालपुर प्रखंड में बाढ़ की गंभीर स्थिति के बाद पीड़ितों से मिले तथा सरकार से बाढ़ पीड़ितों को हर संभव सहयोग करने की मांग की. उन्होंने कहा कि अभी तक जरूरत मंद बाढ़ पीड़ितों तक कोई सुविधा प्रशासन की ओर से नहीं पहुंचाई गयी है. बाढ़ पीडित परिवार तटबंध व सड़क के किनारे रह रहे हैं. किसी के पास कोई व्यवस्था नहीं है. वह खुले आसमान के नीचे रहने के लिए मजबूर हैं. रजनीश सिंह ने बताया कि सरकार एवं प्रशासन तटबंध पर निगरानी रखे, ताकि फिर ऐसी घटना ना हो. मौके पर श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेवा के सोनू सिंह, निखिल सिंह व भैरों सिंह मौजूद थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें