Assam Tension: असम के शिवसागर जिले में तनाव जारी है. जहां कुछ लोगों ने दावा किया है कि स्वदेशी पहचान खतरे में है. तो वहीं कुछ ने सभी बांग्लादेशियों से एक सप्ताह के भीतर वहां से चले जाने को कहा है. इलाके में जारी तनाव के बीच प्रशासन और पुलिस ने एहतियाती कदम उठाए हैं. मामले को लेकर कई संगठनों के नेताओं को समन जारी किया गया है.
मामले को लेकर इंडियन एक्सप्रेस ने खबर प्रकाशित की है. सोमवार को शिवसागर पुलिस ने कस्बे में फ्लैग मार्च किया. यही नहीं, शिवसागर के मुख्य कार्यकारी मजिस्ट्रेट की अदालत ने बीएनएसएस की धारा 126 के तहत स्थानीय संगठनों के 27 नेताओं को “शांति भंग करने की संभावना” के आरोप में समन जारी किया.
असम पुलिस ने क्यों की कार्रवाई?
पिछले दो सप्ताह से शिवसागर में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. इसमें शामिल नेताओं को नोटिस जारी किया गया है. इसमें कहा गया है कि ऐसी सूचना है कि एक गैरकानूनी सभा का आयोजन किया गया है जिसमें हाई डेसीबल वाले स्पीकर सिस्टम का उपयोग किया गया. इस सभा में भाग लेने और एक समुदाय के लोगों में दूसरे स्थानीय अल्पसंख्यक समुदाय के प्रति भावनाएं भड़काने का प्रयास करने के आरोप में कार्रवाई की गई है. शिवसागर शहर में दुकानों को अवैध रूप से बंद करने का आरोप इनपर है. इसके कारण संभवतः शांति भंग होगी.
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आरोपियों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया. शिवसागर के एसपी शुभ्रज्योति बोरा ने कहा कि पुलिस कुछ दिनों तक इलाके में फ्लैग मार्च जारी रखेगी. केवल शिवसागर ही नहीं, असम के कई हिस्सों में ऐसी घटनाओं के बाद तनाव की स्थिति बनी हुई है. इसके परिणामस्वरूप तनाव पैदा हो गया है.
नागांव जिले की घटना के बाद ज्यादा तनाव
खासकर 22 अगस्त को नागांव जिले में 14 वर्षीय लड़की के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद स्थिति गंभीर है. तीन आरोपियों में से एक, तफजुल इस्लाम को 23 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था. उसकी अगले दिन पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी. इस घटना के बाद प्रदेश में तनाव बढ़ गया है. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और अन्य मंत्रियों ने इसे “स्वदेशी लोगों पर हमला” करार दिया है. रविवार से ही सभी जिलों में पुलिस द्वारा फ्लैग मार्च किया जा रहा है.
असम में दो बांग्लादेशियों को पकड़ा गया
25 अगस्त को असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बताया कि भारत में अवैध रूप से दाखिल हुए बांग्लादेश के दो नागरिकों को असम में पकड़ा गया. इन्हें फिर वापस उनके देश भेज दिया गया. दोनों बांग्लादेशियों को बदरपुर रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर इसकी जानकारी दी.