= डायवर्सन को दुरुस्त करने के बावजूद भारी वाहनों के आवागमन पर है रोक
प्रतिनिधि, सबौर
एनएच-80 पर घोषपुर के पास डायवर्सन को तत्काल व्यवस्था के तहत दुरुस्त कर लिया गया है. इसके साथ ही मंगलवार से छोटे वाहनों का आवागमन शुरू कर दिया गया है. आवागमन चालू होते ही तेजी से अपने-अपने दो पहिया और चार पहिया वाहन निकालने की होड़ में दिनभर रुक-रुक कर जाम की स्थिति बनती रही. अभियंताओं की निगरानी में मरम्मत कार्य लगातार जारी रहा. जहां-तहां पथ पर दलदल होने के कारण वाहनों को आरपार करने में हो रही कठिनाई को दूर करने के लिए रोड़ा आदि डाला गया. आमलोग अब राहत महसूस कर रहे हैं. हालांकि, मालवाहक वाहनाें का परिचालन अभी चालू नहीं हो सका है.
सबौर के कई गांव अभी भी जलमग्न, कटाव की जद में इंग्लिश गांव
क्षेत्र में बाढ़ के पानी से आमजन परेशान हैं. रजंदीपुर पंचायत के बाबूपुर हड़हवा पथ किनारे का बसावट जलमग्न है. लोग घरबार छोड़ अन्य जगहों पर शरण लिए हुए हैं. बाबुपुर वार्ड चार के नया टोला संतनगर बगडेर रजंदीपुर सहित आसपास का टोला जलमग्न है. प्रशासन के द्वारा यहां समुचित सुविधाएं नहीं दी गयी है. ग्रामीणों के द्वारा टीना के नाव का उपयोग करते हुए बच्चों को स्कूल भेजा जा रहा है. इधर, फरका पंचायत के घोषपुर गांव में भी कई घरों में गंगा का पानी लगा है. गंगा का पानी जमा होने से सीजनल रोग पनप रहा है और गंदगी से लोग परेशान हैं.फरका पंचायत में कभी भी जमींदोज हो सकते हैं कई घर
फरका पंचायत के वार्ड संख्या तीन और सात के दर्जनभर से ज्यादा घर कभी भी गंगा में समा सकता है. घर के मुहाने तक पानी लगा हुआ है और अंदर ही अंदर कटाव जारी है. गांव के राधे श्याम बिट्टु कुमार आदि ने बताया कि कटाव की जद में जो भी घर आ गया है, उसमें कोई नहीं रह रहा है. प्रशासनिक स्तर पर कोई सुविधा नहीं मिली है. अंचल सह प्रखंड कार्यालय परिसर में विभिन्न पंचायत के 50-60 बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से आये ग्रामीणों को कोई भी सुविधा अंचलस्तर से अब तक न मिलने की बात बतायी जा रही है. बाढ़ पीड़ितों के अनुसार अपनी व्यवस्था कर अपना और अपने मवेशियों का पेट भर रहे हैं. सरकारी कोई भी मदद नहीं मिली है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है