उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय बरगीडीह देवली गोविंदपुर को बंद किया जायेगा. यहां के शिक्षक और माता समिति को दूसरे विद्यालय में शिफ्ट कर दिया गया है. विद्यालय के बंद होने का मुख्य कारण स्कूल में बच्चों का नहीं आना है. दो साल तक इस विद्यालय में एक भी विद्यार्थी नहीं आये है. ऐसे में यहां के शिक्षक को दूसरे विद्यालय भेज दिया गया है. अब इस विद्यालय को बंद करने की तैयारी जिला शिक्षा विभाग की ओर से की गयी है. प्रक्रिया को आगे बढ़ायी गयी है.
दो साल तक आते रहे शिक्षक नहीं आये बच्चे :
विद्यालय में एक सहायक अध्यापक और माता समिति रोजाना स्कूल आते रहे. लेकिन यहां एक भी बच्चे नहीं थे. दो साल से बच्चों के बिना यह विद्यालय का संचालन होता रहा. वहीं अब मुख्यालय के संज्ञान में मामला आने के बाद इसे बंद कराने की कवायद की जा रही है. इसकी रिपोर्ट जिला शिक्षा विभाग से भेजी गयी है.एक माह पहले लिखित में दिखा गया :
दो साल से विद्यालय में बच्चे नहीं आ रहे है. इसकी जानकारी होने के बाद शिक्षा समिति की बैठक एक माह पहले बुलायी गयी थी. इसमें प्रखंड शिक्षा समिति की बैठक में बीडीओ, बीइइओ, विद्यालय प्रतिनिधि कुमार महतो समेत अन्य आये थे. इस दौरान गांव वालों से संपर्क किया गया. उनसे बच्चों को स्कूल भेजने का आग्रह किया गया. लेकिन गांव वालों ने लिखित में दिया कि उस विद्यालय में अपने बच्चों को नहीं पढ़ायेंगे, दूसरे विद्यालय में उनके बच्चे पढ़ रहे है. इसके बाद सहायक अध्यापक और माता समिति को उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय पाथरखूनी भेज दिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है