भागलपुर में महंगाई ने आम लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. भोजन की थाली से कई चीजें गायब होती नजर आ रही हैं. पहले प्याज ने लोगों के स्वाद पर ब्रेक लगाया. फिर दाल खरीदना आम लोगों के बूते के बाहर हो गयी और अब चावल, चूड़ा, बेसन और सत्तू की कीमत बढ़ने लगी है. खाद्यान्न कारोबारियों की मानें तो जिले व आसपास के क्षेत्र में बाढ़ आने के कारण चावल, चूड़ा, सत्तू व बेसन की कीमत बढ़ गयी है.
इसलिए बढ़ रही कीमत
चावल व चूड़ा कारोबारी चंदन विश्वास ने बताया कि बारिश व बाढ़ के समय कम से कम समय भोजन तैयार करने में चावल, चूड़ा, सत्तू व बेसन की बड़ी भूमिका होती है. बरसात के दिनों में हरी सब्जियों की कमी हाे जाती है. ऐसे में विकल्प के रूप में सत्तू, बेसन का व्यंजन तैयार किया जाता है. वहीं, बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में खिचड़ी, भात व सत्तू की मांग बढ़ जाती है. रोटी बनाने की सुविधा नहीं होती. ऐसे में अधिक मांग बढ़ने पर आपूर्ति कम हो जाती है. बाजार भी इसका फायदा उठाता है.
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खाद्यान्न | एक माह पहले | वर्तमान कीमत |
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मोटा चूड़ा | 35 से 40 रुपये किलो | 40 से 45 रुपये किलो |
संभा चूड़ा | 50 से 55 रुपये किलो | 60 से 65 रुपये किलो |
कतरनी चूड़ा | 85 से 100 रुपये किलो | 100 से 130 रुपये किलो |
मोटा चावल | 30 से 35 रुपये किलो | 35 से 40 रुपये किलो |
सोनम चावल | 40 से 45 रुपये किलो | 50 से 52 रुपये किलो |
कतरनी | 80 से 100 रुपये किलो | 100 से 120 रुपये किलो |
चना का सत्तू | 100 से 110 रुपये किलो | 140 से 150 रुपये किलो |
बेसन | 90 से 100 रुपये किलो | 120 से 130 रुपये किलो |
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