मोतिहारी.सदर अस्पताल की जांच घर बिना रोस्टर के हीं चलता है. यह खुलासा बुधवार को जांच कमेटी ने किया है. जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल पैथोलॉजी लैब की जांच में एचआईवी निगेटिव एक गर्भवती महिला के बाद में पॉजिटिव आने की सूचना से हड़कंप मच गया. कारण यह था कि निगेटिव रिपोर्ट के आधार पर ही चिकित्सक ने महिला का सामान्य ऑपरेशन कर दिया. मामले का खुलासा तब हुआ, जब ऑपरेशन के बाद जन्मे नवजात शिशु रोग विशेषज्ञ के पास भेजा गया. जांच में नवजात के लक्षण से चिकित्सक को शक हुआ, तो दुबारा से महिला का एचआइवी जांच करायी गयी, जहां सदर अस्पताल के लैब द्वारा जांच में संदिग्ध पाते हुए अग्रतर जांच के लिए एचआइवी कंट्रोल विभाग के आइसीटीसी लैब रेफर कर दिया गया. बताया जाता है कि इसके पूर्व में भी कई बार अस्पताल के पैथोलॉजी लैब द्वारा एचआइवी जांच में गड़बड़ी मिलती रही है. जानकारी के अनुसार जिस कीट से लैब में एचआइवी की जांच की जाती है, उसमें ही त्रुटि होने के कारण यह स्थिति बन रही है. इस मामले को लेकर सीएस डॉ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले में एक जांच कमेटी का गठन किया गया, जिसमें डॉ जीडी तिवारी, डॉ कुमार अमृतांशु व डॉ अतहर हुसैन शामिल थे. टीम ने बुधवार को लैब के नोडल पदाधिकारी डॉ राधेश्याम सिंह से रोस्टर मांगा तो बताया कि जांच घर में रोस्टर हीं नहीं था. ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं. फिर भी कार्रवाई नहीं होती.
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