Ladli Behna Yojana: लाड़ली बहना योजना मध्यप्रदेश सरकार की ओर से शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है. इसके तहत मध्य प्रदेश के लाड़ली बहनों को हर महीने 1250 रुपये दिए जाते हैं. अब तक इस योजना के तहत मध्य प्रदेश सरकार ने 15 किस्तें जारी कर चुकी हैं. वहीं अब लाड़ली बहनों को 16वीं किस्त का बेस्रबी से इंतजार है, जो सितंबर महीने में उनके खाते में आ सकती है.
लाड़ली बहना योजना की 16वीं किस्त कब आएगी? (Ladli Behna Yojna)
लाड़ली बहना योजना के तहत हर महीने 1.29 करोड़ बहनों को 1250 रुपये भेजे जाते हैं. यह संभावना है कि सितंबर की 16वीं किस्त 10 सितंबर या उससे पहले जारी की जा सकती है. गणेश चतुर्थी को ध्यान में रखते हुए, सरकार 10 सितंबर से पहले ही किस्त जारी कर सकती है. अगस्त महीने में बहनों के खाते में 1500 रुपये जमा किए गए थे, जिसमें 250 रुपये का रक्षाबंधन गिफ्ट शामिल था.
इसे भी पढ़ें: Railway: इंडियन रेलवे ट्रेन में सफर के दौरान यात्रियों को क्यों देता है सफेद चादर? वजह जान हो जाएंगे हैरान
लाड़ली बहना योजना किस्त की स्थिति कैसे जांचें? (Ladli Behna Yojna)
लाड़ली बहना की आधिकारिक वेबसाइट https://cmladlibahna.mp.gov.in/ पर जाएं.
वेबसाइट के मुख्य पृष्ठ पर “आवेदन एवं भुगतान की स्थिति” वाले विकल्प पर क्लिक करें.
दूसरे पृष्ठ पर पहुंचने के बाद, अपना आवेदन नंबर या सदस्य समग्र क्रमांक दर्ज करें.
कैप्चा कोड सबमिट करने के बाद, मोबाइल पर एक ओटीपी भेजा जाएगा.
मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी दर्ज करें और वेरिफाई करें.
ओटीपी वेरिफाई करने के बाद “सर्च” विकल्प पर क्लिक करें, और आपका भुगतान स्थिति खुल जाएगी.
इसे भी पढ़ें: Muslim: क्या आपको पता है भारत के किन 5 राज्यों में सबसे कम मुस्लिम आबादी? तीसरे नंबर पर हिमाचल तो पहले पर कौन?
कब शुरू हुई थी लाड़ली बहना योजना (Ladli Behna Yojna)
लाड़ली बहना योजना की शुरूआत 5 मार्च 2023 को मध्य प्रदेश सरकार द्वारा की गई थी. इस योजना का उद्देश्य राज्य की महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण प्रदान करना है. योजना के तहत, राज्य की 23 से 60 वर्ष की आयु वर्ग की महिलाओं को हर महीने ₹1000 की वित्तीय सहायता दी जाती है.
इसे भी पढ़ें: Muslim: भारत के किन 5 राज्यों में सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी? चौथे नंबर पर UP तो पहले पर कौन?
लाड़ली बहना योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं की आर्थिक स्थिति को सुधारना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है. इसके माध्यम से महिलाओं को अपने दैनिक खर्चों के लिए मदद मिलती है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और परिवार में उनकी भूमिका और सशक्त होती है. यह योजना विशेष रूप से उन महिलाओं को ध्यान में रखकर बनाई गई है जो समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से आती हैं.