Motihari News : रक्सौल.भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अधिकारियों ने गुरुवार को रक्सौल हवाई अड्डा का निरीक्षण किया. विमानपत्तन प्राधिकरण के दिल्ली और दरभंगा से आयी अधिकारियों की टीम ने रक्सौल हवाई अड्डा को संचालन में लाने के लिए रन-वे विस्तार की संभावनाओं का भौतिक सत्यापन किया.
भारत सरकार चाहती है कि रक्सौल एयरपोर्ट का इंफ्रास्ट्रक्चर एक ही बार ऐसा बन जाए ताकि भविष्य में यहां से बड़े विमान के परिचालन की आवश्यकता हो, तो बिना किसी परेशानी के यहां से उड़ान भर सके. ऐसे में वर्तमान में जो 1500 मीटर का रन-वे है, उसका विस्तार किया जाना है.
जिला प्रशासन ने अभी हवाई अड्डा के पश्चिम तरफ रन-वे को बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है. एयरपोर्ट के पश्चिम तरफ तिलावे नदी है, ऐसे में नदी के ऊपर पुल बनाने, कल्वर्ट लगाने या नदी की धार को मोड़ने जैसे संभावनाओं को देखने के लिए अधिकारियों की टीम रक्सौल पहुंची थी.
सर्वे के आधार पर तैयार की गयी रिपोर्ट भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय को सौंपी जायेगी. टीम का नेतृत्व कर रहे भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के मुख्यालय दिल्ली के उप महाप्रबंधक स्ट्रक्चर प्रवीण कुमार ने बताया कि रक्सौल में आधुनिक सुविधाओं से लैस एयरपोर्ट बनना है. यहां बहुत अच्छा करने का स्कोप है, ऐसे में हमलोग पूरी बारीकी के साथ हर पहलू का ध्यान रखते हुए रिपोर्ट को तैयार कर रहे हैं.
प्रवीण कुमार के साथ दरभंगा एयरपोर्ट के प्रबंधक नीरज प्रकाश व उप महाप्रबंधक दरभंगा एयरपोर्ट अश्वनी कुमार भी मौजूद थे. एयरपोर्ट के आसपास जमीन की उपलब्धता और भौतिक स्थिति को बताने के लिए अंचल कार्यालय के निरीक्षक सुमित कुमार और अमीन ग्यासुद्दीन अंसारी भी मौजूद थे.
दोपहर के समय यह टीम रक्सौल पहुंची. हवाई अड्डा के रनवे से होकर तिलावे नदी के किनारे तक गयी. वहां नदी की गहराई को देखा. ऐसी संभावना है कि नदी पर पुल या कल्वर्ट बनाने को लेकर कोई एजेंसी सरकार हायर करेगी, जो इसको अंतिम रूप देगी.
Motihari News : डीपीआर के बाद लगेगी अंतिम मुहर
जानकारी के अनुसार रन-वे के समानांतर एक सड़क भी बनायी जायेगी. इसके अलावा पानी निकासी के लिए नाला, सुरक्षा पोस्ट आदि का भी निर्माण किया जाना है. ऐसे में एयरपोर्ट के चारों तरफ अभी अतिरिक्त जमीन की आवश्यकता होगी. एयरपोर्ट की चौहदी में अभी उत्तर की तरफ राष्ट्रीय राज्यमार्ग 527 डी, दक्षिण में एसएसबी कैंप, पश्चिम में तिलावे नदी तथा उत्तर में पंटोका पंचायत लगती है.
मुख्य रूप से अधिग्रहण का काम पश्चिम दिशा में होगा. उत्तर और दक्षिण में भी जमीन ली जायेगी. अंचल कार्यालय ने 213 एकड़ जमीन का दाखिल खारिज किया है. अब विस्तृत डीपीआर रिपोर्ट आने के बाद ही इसपर अंतिम मुहर लगेगी.
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