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सदर अस्पताल में डेंगू, चिकनगुनिया, पॉक्स समेत विभिन्न बीमारियों की होगी जांच

सदर अस्पताल में जल्द ही विभिन्न गंभीर वायरल बीमारियों से संबंधित जांच की सुविधा मरीजों को मिलेगी. इसके लिए यहां डिस्ट्रिक्ट पब्लिक हेल्थ लेबोरेट्री (डीपीएचएल) का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है.

सदर अस्पताल में जल्द ही विभिन्न गंभीर वायरल बीमारियों से संबंधित जांच की सुविधा मरीजों को मिलेगी. इसके लिए यहां डिस्ट्रिक्ट पब्लिक हेल्थ लेबोरेट्री (डीपीएचएल) का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है.

वरीय संवाददाता, धनबाद.

सदर अस्पताल में जल्द ही डेंगू, चिकनगुनिया, जापानी इंसेफेलाइटिस, मंकी पॉक्स समेत विभिन्न गंभीर वायरल बीमारियों से संबंधित जांच की सुविधा मरीजों को मिलेगी. इन वायरल बीमारियों की जांच के लिए मरीजों के सैंपल जिले के बाहर दूसरे लैब में भेजने की जरूरत नहीं होगी. इसके लिए सदर अस्पताल में डिस्ट्रिक्ट पब्लिक हेल्थ लेबोरेट्री (डीपीएचएल) का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है. इस लैब में मरीजों को विभिन्न बीमारियों की जांच की सारी सुविधा एक ही जगह पर मिलेगी. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार लैब में करीब 150 से अधिक तरह की जांच हो सकेगी.

अलग-अलग जांच के लिए पहुंची मशीनें :

लैब में अलग-अलग जांच के लिए स्वास्थ्य चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से मशीनें मुहैया करायी गयी हैं. जल्द ही मशीनों को इंस्टाॅल किया जायेगा. इसके बाद लैब में मशीनों के संचालन के लिए टेक्नीशियन, माइक्रोबायोलॉजिस्ट, बायोकेमिस्ट के साथ पैथोलॉजिस्ट डॉक्टर की नियुक्ति होगी. यहां माइक्रोबायोलॉजी से संबंधित सभी तरह की जांच की सुविधा उपलब्ध होगी.

इन बीमारियों से संबंधित सैंपलों की होगी जांच :

यहां चिकन पॉक्स, डेंगू के लिए एलाइजा, मलेरिया, जापानी इंसेफेलाइटिस चिकुनगुनिया, टीबी के अलावा माइक्रोबायोलॉजी से संबंधित सारी जांच होगी. इनमें वायरोलॉजी, बैक्टीरियोलॉजी, प्रोटिस्टोलॉजी, माइक्रोलॉजी, इम्यूनोलॉजी और पैरासिटोलॉजी की जांच शामिल है. बीएसएल टू मानक की लैब में स्क्रब टाइफस, मलेरिया, एक्यूट इंसेफेलाटिस सिंड्रोम, डायरिया समेत संचारी रोगों से जुड़ी जरूरी जांच तथा कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह, गुर्दा, मोतियाबिंद, अल्जाइमर आदि बीमारियों की जांच हो सकेगी.

अबतक मेडिकल कॉलेज में है डेंगू व मलेरिया की जांच की व्यवस्था:

बता दें कि अबतक एसएनएमएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में डेंगू की बीमारी का पता लगाने के लिए एलाइजा जांच व मलेरिया की जांच की व्यवस्था है. इन बीमारियों से संभावित मरीजों का सैंपल कलेक्ट कर जांच के लिए एसएनएमएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी विभाग भेजा जाता है. अन्य गंभीर वायरल बीमारियों की जांच के लिए मरीजों का सैंपल जांच के लिए रिम्स भेजा जाता है. सीएस डॉ चंद्रभानु प्रतापन ने बताया कि डिस्ट्रिक्ट पब्लिक हेल्थ लेबोरेट्री की स्थापना से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा और मरीजों को बेहतर सुविधा मिलेगी. इससे मरीजों को अपनी बीमारी का पता लगाने में आसानी होगी और वे समय पर इलाज करा सकेंगे. लैब के शुरू होने से सदर अस्पताल की विश्वसनीयता बढ़ेगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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