Vande Bharat Express: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को तीन नये वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे. इसके बाद देश में वंदे भारत ट्रेन की संख्या 100 से अधिक हो जायेगी. वंदे भारत ट्रेन मौजूदा समय में देश के 280 जिलों को जोड़ रही है. प्रधानमंत्री के ‘मेक इन इंडिया’ और आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को साकार करते हुए अत्याधुनिक वंदे भारत एक्सप्रेस तीन मार्गों मेरठ-लखनऊ; मदुरै-बेंगलुरु और चेन्नई-नागरकोइल पर शुरू की जाएगी. वंदे भारत के संचालन से मेरठ सिटी-लखनऊ की यात्रा में एक घंटा, चेन्नई एग्मोर-नागरकोइल की यात्रा में दो घंटे और मदुरै-बेंगलुरु वंदे भारत से यात्रा समय में डेढ़ घंटे की बचत होगी. ये वंदे भारत रेलगाड़ियां क्षेत्र के लोगों के लंबे समय से चल रही मांग को पूरा करने में सहायक होगा. इससे नियमित यात्रियों, पेशेवरों, व्यापारियों और छात्र समुदाय के जरूरतों को पूरा करने में सहायक होगा.
वंदे मेट्रो और स्लीपर वंदे भी चलाने का प्रस्ताव
वंदे भारत ट्रेन में आधुनिक एयर कंडीशनिंग की सुविधा के कारण ऊर्जा की खपत में 15 फीसदी की बचत हो रही है. इस ट्रेन में ऑन बोर्ड वायु गुणवत्ता के लिए फोटो-कैटेलिटिक यूवी, साइड रिक्लाइनर सीट, एग्जीक्यूटिव कोच में 180 डिग्री घूमने वाली सीट, पैनारोमिक खिड़कियां, ऑनबोर्ड वाई-फाई, जीपीएस आधारित यात्री जानकारी, एलईडी लाइटिंग, बायो-वैक्यूम शौचालय, कवच तकनीक, सीसीटीवी कैमरे जैसी कई तरह की सुविधा उपलब्ध है. इस ट्रेन के संचालन से क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलने के कारण पर्यटन क्षेत्र का विकास तेज गति से हो रहा है. साथ ही दूर दराज के क्षेत्रों को शहरी केंद्रों के साथ एकीकृत करता है. भविष्य में रेलवे की योजना छोटी दूरी के लिये वंदे मेट्रो सेवाओं की शुरुआत और लंबे मार्गों के लिये स्लीपर वंदे भारत चलाने की है. यह ‘आत्मनिर्भर भारत मिशन’ का प्रतिनिधित्व करता है, जो सुविधा, गति, सुरक्षा और सेवा के साथ रेल यात्रा का एक नया मानक पेश करता है.