प्रतिनिधि, खलारी : खलारी प्रखंड में कचरा प्रबंधन की व्यवस्था नहीं है. जिसके कारण जगह-जगह कचरों का अंबार लग गया है. लोग अपने घर का कचरा बाहर या मेन सड़क के किनारे फेंक रहे हैं. जहां कचरों का पहाड़ बन जा रहा है. वहीं बारिश के कारण कचरों से काफी दुर्गंध आ रही है. जिसके कारण सड़क से गुजरनेवालों को काफी परेशानी हो रही है. हालांकि पंचायत के जनप्रतिनिधियों के सहयोग से पर्वों के अवसर पर साफ-सफाई करायी जाती है. परंतु नियमित तौर पर सफाई नहीं होती है. जिसके कारण प्रखंड के सभी पंचायतों में गांव से लेकर बाजार की सड़कें, चौक-चौराहों, नालियों व गलियों में जगह-जगह कचरे का अंबार लगा रहता है. नालियों का पानी भी सड़कों पर बहता रहता है, तो कहीं सड़क पर पानी जमा रहता है. खलारी के केडी, केडी डकरा मुख्य मार्ग, मोहननगर, धमधमिया, करकट्टा, बाजारटांड़, सहित अन्य इलाकों में गंदगी फैली हुई है. मोहननगर से केडी मुख्य पथ एसएच-07 पर, प्रखंड कार्यालय से स्टेशन मार्ग एवं एसीसी कॉलोनी में जगह-जगह गंदगी पड़ी है. गंदगी के कारण मच्छरों का भी प्रकोप बढ़ गया है. डीएमएफटी मद से कचरे का हो कायाकल्प : खलारी में विकास के लिए वित्तीय संकट नहीं है. सरकार के अन्य फंडों के अतिरिक्त डीएमएफटी का फंड है. ऐसे में डीएमएफटी फंड के माध्यम से खलारी में निश्चित जगह को चिह्नित कर डंपिंग यार्ड बनवाया जा सकता है. साथ ही इस मद से रिसाइक्लिंग की योजना बनाकर कचरे की समस्या का समाधान होगा ही, साथ-साथ खाद का भी निर्माण प्रारंभ होगा. इससे प्रखंड में आय में वृद्धि होगी और जहां-तहां फेंके जा रहे कचरे से उत्पन्न प्रदूषण पर भी विराम लगेगा.
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