बिहारशरीफ . राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर शांति मेमोरियल ग्रुप ऑफ एजुकेशन ,पीरपर, बेगमपुर में सेमिनार का आयोजन किया गया. इस अवसर पर बीएड कॉलेज के प्राचार्य दो जयकांत कुमार ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि खेलकूद से बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है. बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए खेल से अच्छा कोई साधन नहीं हो सकता है. हम सभी अपने बच्चों का सर्वांगिक विकास चाहते हैं तो उसे खेल के प्रति जागरूक करें. एक पुरानी कहावत था कि पढ़े लिखें बनें नवाब, खेले कूदे हुए ख़राब. लेकिन आज स्थिति इसके विपरीत है.अब पढ़े लिखें बने नवाब, खेले कूदे हुए धनवान हो गया है. इस अवसर पर प्राचार्य ने हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद का जन्म 29 अगस्त 1905 को हुआ था. आज उन्हें श्रद्धांजलि देकर हम उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हैं. हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद का जन्म दिवस को हमारा देश राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाता है. विशेषज्ञों का मानना है कि खेल ही वह साधन है जिसके द्वारा अनुशासन, दृढ़ता, सामूहिक भावना, सामाजिकता आदि को बालकों के जीवन का अभिन्न अंग बनाने में प्रोत्साहित करता है. मेजर ध्यानचंद 1926 से 1948 तक भारतीय हॉकी टीम के सदस्य रहे. इस अवसर पर कॉलेज के व्याख्याता डॉ राजीव कुमार, प्रो नूतन कुमारी, प्रो धर्मेंद्र कुमार, प्रो अमृतेश कुमार, प्रो रामचंद्र प्रसाद, प्रो शैलेश नंदन, प्रशासक आनंद मोहन ने भी अपने विचार रखे. सेमिनार में बीएड सत्र 2023-25 एवं डीएलएड सत्र 2023-25 के प्रशिक्षु उपस्थित थे.
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