गोपालगंज. पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ एनएफआइआर के जोनल सचिव रमेश मिश्रा रेलखंड के दिघवा दुबौली व सिधवलिया स्टेशन पहुंचे. यहां रेल कर्मियों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना. इस दौरान इंजीनियरिंग व स्टेशन कर्मचारियों ने रेलवे बोर्ड एवं केंद्र सरकार के कर्मचारी विरोधी रवैये से अवगत कराया. जोनल सचिव ने सभी कार्यस्थलों का सघन दौरा किया. साथ में पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ वाराणसी मंडल अध्यक्ष डाॅ एएच अंसारी, केंद्रीय सहायक मंत्री एसआर सहाय, संगठन मंत्री एलके शर्मा, शाखा मंत्री अमिताभ गौतम व कोषाध्यक्ष प्रेम नाथ सिंह मौजूद रहे. जोनल सचिव ने कहा कि आठवें वेतन आयोग में न्यूनतम वेतन 32 हजार 500 रुपये में संशोधन की आवश्यकता है. यूपीएस में निश्चित पेंशन के लिए न्यूनतम सेवा अवधि 25 वर्ष को घटाकर 20 वर्ष किया जाये. वेतन से 10% प्लस डीए की पूर्ण राशि पर ब्याज निर्धारित कराते हुए सेवानिवृत्ति या वीआरएस के समय भुगतान हो. सेवानिवृत्ति के समय एकमुश्त राशि का पूरे सर्विस के प्रत्येक 6 माह को बेसिक प्लस डीए जोड़ कर दिया जायेगा. यूपीएस में सुधार के बाद ही रेलवे कर्मचारी हित में स्वीकार है. वहीं छपरा के इंजीनियरिंग हट, कैरेज डिपो, डीजल लॉबी व स्टेशन पर कार्यरत परिचालन तथा कॉमर्शियल कर्मचारियों की एक -एक समस्याओं से अवगत हुए. उन्होंने रेल कर्मचारियों की समस्याओं को डीआरएम, जीएम व रेलवे बोर्ड तक पहुंचाने का भरोसा दिया और उसके निदान कराने की बात कही. केंद्र सरकार की मजदूर और कर्मचारी विरोधी नीतियों के बारे में सभी कर्मचारियों को विस्तार से बताया. मंडल अध्यक्ष डाॅ. एएच अंसारी ने रेलवे कर्मचारियों से पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के साथ चट्टानी एकता के साथ जुड़ने और संघ को मज़बूत करने का आह्वान किया. मौके पर प्रसुन कुमार सिंह, प्रतिमा कुमारी, तनवीर आलम, संतोष कुमार, धीरेन्द्र यादव, जीसी दुबे, संजय बैठा, रजनीश कुमार, अजय यादव सहित कई कर्मी मौजूद रहे.
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