प्रतिनिधि, बेंगाबाद.
पेसराटांड़ नदी में बने इंटेकवेल की मोटर खराब हो जाने से विगत दो माह से जलापूर्ति ठप रहने से परेशान ग्रामीणों ने शुक्रवार को बेंगाबाद चौक पर जोरदार प्रदर्शन किया. हड़िया, बर्तन के साथ जनप्रतिनिधि व ग्रामीण बेंगाबाद चौक के मुख्य चौराहा के पास दरी, तिरपाल लगाकर बैठ गये. तय कार्यक्रम के तहत नौ बजे सुबह में विभिन्न गांवों से ग्रामीण बेंगाबाद चौक पहुंचे और धरना पर बैठ गये. मुख्य मार्ग होने के कारण वाहनों की कतार जाम में फंसने लगी. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बेंगाबाद थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार सिंह दलबल के साथ जाम स्थल पर पहुंच गये. मुख्य बाजार में जाम करने की जानकारी मिलने के बाद पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सहायक अभियंता मनीष कुमार, जिला समन्वयक रितेश कुमार भी बेंगाबाद चौक पहुंचे. लंबे समय तक चली वार्ता के बाद अधिकारी ने लिखित में ग्रामीणों को आश्वासन दिया, तब जाकर साढ़े ग्यारह बजे जाम हटाया गया.बरसात में भी एक दर्जन गांवों में पेयजल संकट बरकरार :
जाम कर रहे ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों ने बताया कि विगत दो माह से बेंगाबाद में जलापूर्ति योजना ठप है. पानी के लिए बेंगाबाद, फिटकोरिया और बड़कीटांड़ पंचायत के एक दर्जन गांवों के लोग परेशान हैं. गर्मी के बाद अब बरसात में भी पेयजल संकट बरकरार है. बेंगाबाद बाजार में लोग खरीदकर पानी पीने को विवश हैं. कहा कि बार-बार विभाग को जानकारी देने के बाद भी कोई असर नहीं हुआ. इधर, बताया कि धरना की सूचना देने के बाद गुरुवार को बोरिंग चालू करा कर जलापूर्ति शुरू करा दिया गया, लेकिन शुक्रवार को पुनः इसे बंद कर दिया गया, जिससे क्षुब्ध होकर लोगों को सड़क पर उतरना पड़ा.एक सप्ताह में जलापूर्ति चालू करने के आश्वासन के बाद टूटा जाम :
सड़क पर धरना पर बैठे ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों के साथ पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सहायक अभियंता मनीष कुमार ने वार्ता की. ग्रामीण नियमित जलापूर्ति की मांग कर रहे थे. करोड़ों की जलापूर्ति योजना को धरातल पर उतारा गया है, लेकिन जब इसका लाभ ग्रामीणों को नहीं मिलेगा तो फिर सरकारी राशि का दुरुपयोग क्यों किया गया. इधर. वार्ता के दौरान अधिकारी ने बताया कि पेसराटांड़ नदी के इंटेक वेल में लगे दो मोटर खराब हो गये हैं. इसकी मरम्मत का प्रयास किया गया, लेकिन तकनीकी समस्या दूर नहीं हो पायी है, जिस कारण जलापूर्ति बंद है. ग्रामीणों को अधिकारी ने लिखित में आश्वस्त किया है कि एक सप्ताह के अंदर खराब मोटर को बदल कर जलापूर्ति चालू कर दी जायेगी. लिखित आश्वासन मिलने के बाद ग्रामीणों ने धरना समाप्त किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है