प्रतिनिधि, बेलदौर प्रखंड क्षेत्र के कैंजरी पंचायत के रूकमिणिया गांव में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत शुक्रवार को जिला मत्स्य पदाधिकारी लाल बहादुर साफी ने जिले का पहला जीवित मछली बिक्री केंद्र का उद्घाटन कर मत्स्य पालकों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया. जानकारी के मुताबिक 20 लाख रुपये की लागत से निर्मित 5 स्टाल वाली इस जीवित मछली बिक्री केंद्र का निर्माण राज्य मत्स्य निदेशालय द्वारा प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के तहत लाभुक कंजरी गांव निवासी फुलौ देवी के लिए किया गया. इसके लिए 60 प्रतिशत यानी 12 लाख रुपये के अनुदान का भुगतान किया गया. उक्त मछली केंद्र के उद्घाटन के दौरान जिला मत्स्य पदाधिकारी ने बताया कि प्लांट का शुभारंभ होने से आसपास के ग्रामीणों में भी इस स्वरोजगार को लेकर जागरूकता बढ़ेगी. लोग मछली पालन करना चाहते थे, लेकिन तालाब से मछली निकालने के बाद कीमत सही नहीं मिल पाता था. इस कारण लोग इस काम में अभिरुचि नहीं ले पा रहे थे, लेकिन अब यह समस्या दूर हो गयी है. अगर बाजार में मछली बच जाती है, तो जिंदा मछली बिक्री केंद्र पर रख सकेंगे और उसे अगले दिन बेच सकेंगे. वही मत्स्य पालक तालाब से मछली निकालने के बाद जीवित मछली केंद्र पर रखकर मछली को जिंदा रख सकेंगे. इसके लिए उक्त यूनिट में सभी तरह की सुविधा उपलब्ध है, 24 घंटे पानी के साथ-साथ ऑक्सीजन की भी व्यवस्था की गयी है किसी भी प्रजाति की मछली को जिंदा रखा जा सकता है. मौके पर मत्स्य प्रसार पदाधिकारी नवीन कुमार, आशुतोष आनंद, मत्स्य विकास पदाधिकारी सिमरन, प्रखंड मत्स्य जीवी के मंत्री राजेश कुमार , अध्यक्ष रामवरण चौधरी, पंसस प्रतिनिधि श्रवण चौधरी आदि मौजूद थे.
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