जामताड़ा. जहां सरकारी कर्मचारियों को केंद्र व राज्य सरकार जनता की सुख सुविधा, जीवन यापन और मानव उपयोगी कार्यों में लगाती है. वहीं वे खुद सरकारी सुविधाओं से दूर हैं. यह कहानी नहीं बल्कि हकीकत है. जामताड़ा जिला मुख्यालय के नया कोर्ट परिसर के उत्तर जामताड़ा-करमाटांड़ मुख्य सड़क के बगल में सुपाईडीह पंचायत अंतर्गत मुस्कान कॉलोनी पाकडीह है, जहां केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारी का निजी मकान है. ये सभी रेलवे, पोस्ट ऑफिस, मनरेगा, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, जल संसाधन, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण आदि ड्यूटी करते हैं. लगभग 40 घरों की आबादी वाले कॉलोनी में मुख्य सड़क तक निकालने के लिए पहले कीचड़मय रास्ते से दो-चार होना पड़ता है. सरकारी विभाग के लेट लतीफी को देखते हुए सरकारी कर्मियों ने खुद अपने परिवार के सदस्यों से श्रमदान का सहारा लिया और तत्काल दोपहिया वाहन के आवागमन के लिए सड़क चालू किया. विदित हो कि बरसात का पानी जमा होने से तालाब जैसी स्थिति बन जाती है. झारखंड जन कल्याण समिति के सचिव मोहम्मद रफीक अंसारी ने कहा कि बरसात के दिनों में पाकडीह मुस्कान कॉलोनी से मुख्य सड़क तक लगभग 200 फीट पक्की नहीं रहने की वजह से सरकारी कर्मियों सहित स्कूल-कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं, मरीजों, मजदूरों, राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने सरकारी कर्मियों के इस मोहल्ले में पक्की सड़क बनाने के लिए पंचायत के मुखिया एवं बीडीओ को कई बार आवेदन दिया है, लेकिन अभी तक मुख्य सड़क तक शेष पक्की सड़क नहीं बनाई जा सकी है. सब्जी विक्रेता रहमान अंसारी एवं दूध विक्रेता तापा मियां ने कहा कि कीचड़ देखकर मोहल्ले में पहुंचने की हिम्मत नहीं होती है, लेकिन परिवार के भरण पोषण के लिए मजबूर होकर कीचड़ का सामना करते हुए अपने सामान को बेचने मोहल्ले में जाना होता है. बरसात के दिनों में छात्र-छात्राओं को घर से मुख्य सड़क तक नहीं निकल पाने से कभी-कभी विद्यालय में अनुपस्थित भी होना पड़ता है. समिति के सचिव ने कहा कि फिर से आवेदन देकर जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधि से कीचड़मय सड़क को पक्की सड़क निर्माण की मांग करेंगे.
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