गया/डोभी. राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास कार्यक्रम (एनआइसीडीपी) के तहत केंद्रीय कैबिनेट ने विभिन्न औद्योगिक गलियारों के बीच आनेवाले गया सहित 12 शहराें में स्मार्ट औद्याेगिक शहर बनाने की परियोजना को मंजूरी मिलने के बाद पटना से लेकर जिला मुख्यालय तक सरगर्मी तेज हो गयी है. इसी प्लानिंग के तहत जिले के शेरघाटी अनुमंडल क्षेत्र के डोभी प्रखंड की खरांटी पंचायत में 1670 एकड़ में बनाये जा रहे अमृतसर-दिल्ली-कोलकाता औद्योगिक कॉरिडोर का जायजा लेने बिहार सरकार के उद्योग विभाग की सचिव वंदना प्रेयसी शनिवार को गया पहुंची और डीएम डॉ त्यागराजन, आइएएस सह शेरघाटी एसडीओ सारा अशरफ सहित उद्योग विभाग के वरीय अधिकारियों के साथ डोभी के खरांटी पंचायत पहुंची, जहां अमृतसर-दिल्ली-कोलकाता औद्योगिक कॉरिडोर के लिए स्थल चिह्नित किया गया है. इस दौरान सचिव वंदना प्रेयसी के पूछे जाने वाले सभी सवालों को बिंदुवार विस्तृत जानकारी डीएम ने दिया. इस दौरान सचिव वंदना प्रेयसी ने डीएम को बताया कि कॉरिडोर के लिए चिह्नित की गयी जमीन की जल्द ही चाहरदीवारी करायी जायेगी. इधर, डीएम ने सचिव को बताया कि कॉरिडोर के लिए जमीन अधिग्रहण का कार्य चल रहा है. इस प्रोजेक्ट के लिए कुल 1670 एकड़ भूमि का होना है. इसमें लगभग 1200 एकड़ जमीन अधिग्रहित हो चुका है. इसमें बिहार सरकार और परवाना की जमीन को उद्योग विभाग के माध्यम से कॉरिडोर के नाम पर हस्तांतरित कर दिया गया है. डीएम ने कॉरिडोर से संबंधित जमीन का नक्शा को प्रस्तुत करके विस्तृत जानकारी दी. डीएम ने सचिव को बताया कि जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया को तेज करने का निर्देश दिया गया. डीएम ने सीओ को आदेश किया कि जल्द परवाना के कागज की जांच करके जमीन का मुआवजा का भुगतान करना सुनिश्चित करें. कॉरिडोर एरिया के अंदर आने वाला सुगासोत, गाजीचक गांव के लोगों से संपर्क करके जमीन के अधिग्रहण के लिए राजी कराया जाये. इस मौजा में गम्हरिया गांव का आंशिक जमीन भी अभी तक अधिग्रहित नहीं किया जा सका है. डीएम ने रैयत के जमीन की जांच करते हुए भुगतान प्रक्रिया में तेजी लाने को कहा. एरिया के गणना करने में जहां चूक हुई है. उसे दुरुस्त किया जाये. परवाना वाले जमीन मालिक का परवाना का सत्यापन किया जाये. वर्तमान समय में कॉरिडोर में आने के लिए तीन सड़क का निर्माण बनाने की स्वीकृति मिल चुकी है. इधर, उद्योग विभाग की सचिव वंदना प्रेयसी ने प्रभात खबर को बताया कि डोभी प्रखंड की खरांटी पंचायत में बनाये जा रहे अमृतसर-दिल्ली-कोलकाता औद्योगिक कॉरिडोर देश का औद्योगिक परिदृश्य को बदलने में सहायक साबित होगा. इससे औद्योगिक क्षेत्र एवं आसपास के शहरों का एक मजबूत नेटवर्क तैयार होगा, जो आर्थिक वृद्धि और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा देगा. सैकड़ों लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार पैदा होगा. उन्होंने बताया कि जल्द ही कॉरिडोर के लिए चिह्नित की गयी जमीन की चहारदीवारी की जायेगी. इसके बाद यहां आवश्यक संसाधन मुहैया कराने के बाद बड़े-बड़े उद्योगपतियों को आमंत्रित किया जायेगा. यहां उद्योग लगानेवालों को जमीन के साथ-साथ हर प्रकार की आवश्यक सुविधा मुहैया करायी जायेगी. इस मौके पर भू-अर्जन पदाधिकारी, शेरघाटी के डीसीएलआर राजीव रंजन, सीओ परीक्षित कुमार, बीडीओ लक्ष्मण कुमार समेत कई अधिकारी उपस्थित थे.
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