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स्वास्थ्य विभाग टेली आइसीयू चालू करने की तैयारी में

स्वास्थ्य विभाग मरीजों को उनके नजदीक पहुंचकर जीवन रक्षक सेवाएं पहुंचाने की दिशा में पहल कर रहा है.

जिलास्तर पर 50 बेड पर इलाज की सर्वश्रेष्ठ व्यवस्था संवाददाता,पटना स्वास्थ्य विभाग मरीजों को उनके नजदीक पहुंचकर जीवन रक्षक सेवाएं पहुंचाने की दिशा में पहल कर रहा है. अभी मरीजों को स्थानीय स्तर पर टेलीमेडिसिन की सेवा उपलब्ध करायी जा रही है. विभाग की पहल पर अब मरीजों की स्थिति गंभीर होने पर टेली आइसीयू की सेवा चालू करने की तैयारी की जा रही है. इससे मरीज राजधानी से दूर जिला अस्पतालों के आइसीयू में भर्ती होते हैं तो उनको पटना के विशेषज्ञ चिकित्सक मॉनिटर कर प्राण रक्षक इलाज करेंगे. आरंभ में राज्य के पांच वैसे जिलों का चयन किया गया है जिनकी सीमा पड़ोसी देश और पड़ोसी राज्यों से सटी हुई है. पांच जिलों में मॉडल के रूप में चालू की जानेवाली टेली आइसीयू का संचालन एक नेशलनल एजेंसी के माध्यम की जायेगी. इसमें बिहार के सीमावर्ती जिले मोतिहारी, सुपौल, बांका, बक्सर और नवादा में टेली आइसीयू के स्थापना की जायेगी. इन जिलों में स्थापित होनेवाले आइसीयू में 10-10 बेड यानी कुल 50 बेड गंभीर मरीजों के इलाज के लिए उपलब्ध हो जायेंगे. टेली आइसीयू के चालू होने के बाद मरीजों को पटना आने की आवश्यकता नहीं होगी. आधिकारिक सूत्रों की माने तो इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के पास इस पूरी योजना के खाका पर काम करने का निर्देश दिया है. टेली आइसीयू का प्रभार राज्य के मेडिकल कॉलेजों से पास करनेवाले पीजी एनेस्थेसिया के डॉक्टरों को यहां तैनात किया जायेगा. पीजी डॉक्टरों को अनिवार्य सेवा के तहत जिला अस्पतालों में पदस्थापित किया जाता है. इसके अलावा अन्य मेडिकल ऑफिसरों को भी आइसीयू में पदस्थापित किया जायेगा. हर आइसीयू के लिए 15-15 नर्सों की तैनाती की जायेगी. साथ ही सभी प्रकार के आइसीयू में स्थापित किये जानेवाले जीवन रक्षक उपकरण भी उपलब्ध कराये जायेंगे. विभाग इसे पायलॉट प्रोजेक्ट के रूप में चलाने का मन बना चुकी है. राज्य के पांच जिलों में चलनेवाले टेली आइसीयू की मॉनिटरिंग राजधानी पटना के जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल को सौंपने पर विचार किया जा रहा है. मेदांता में आइसीयू के 50 बेड पर भर्ती मरीजों का डिसप्ले 24 घंटे किया जायेगा. किसी भी मरीजों के इलाज में मदद की आवश्यकता होगी तो यहां के विशेषज्ञों द्वारा परामर्श दिया जायेगा.

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