Bihar News: जमुई जिले के कृत्यानंद मध्य विद्यालय की शिक्षिका शोभा सिंह ने अपने अनोखे और रचनात्मक तरीकों से बच्चों के लिए विज्ञान को सबसे पसंदीदा विषय बना दिया है. घरेलू उपकरणों का इस्तेमाल कर वह जटिल रासायनिक प्रतिक्रियाओं को इतनी सरलता से समझाती हैं कि बच्चे विज्ञान में दिलचस्पी लेने लगे हैं. उनके पढ़ाने का अंदाज इतना खास है कि कोई भी छात्र उनकी क्लास मिस नहीं करना चाहता. शोभा सिंह की इस रचनात्मकता और नवाचार को देखते हुए, उन्हें ‘इनोवेशन रिकॉग्निशन अवार्ड’ से सम्मानित किया जा रहा है.
बच्चे वेस्ट मटेरियल से बनाते हैं बिजली
शोभा सिंह के मैथ और साइंस पढ़ने के इस अनोखे तरीके से सरकारी स्कूल के बच्चे प्राइवेट स्कूलों के बच्चों की तरह वेस्ट मटेरियल से बिजली बनाकर नए नए प्रोजेक्ट्स बना रहे हैं. ऐसे प्रोजेक्ट के लिए बच्चों को अवार्ड भी मिलता है. जमुई के इस छोटे से विद्यालय में, शोभा सिंह न केवल बच्चों के पसंदीदा शिक्षकों में से एक बन गई हैं, बल्कि उन्होंने विज्ञान को बच्चों के जीवन का अभिन्न हिस्सा भी बना दिया है.पहले विज्ञान उनके लिए कभी बोरिंग हुआ करता था, लेकिन अब वह विज्ञान में दिलचस्पी लेने लगे और विज्ञान उनका पसंदीदा विषय बन गया है.
3 सितम्बर को पटना में शोभा सिंह को किया जायेगा सम्मानित
यह अवार्ड विज्ञान और गणित शिक्षकों के लिए देशभर में एक महत्वपूर्ण पहचान है, जो बच्चों को विज्ञान की जटिलताओं को सरलता से समझाने में सफल बनाता है.जमुई के इस छोटे से विद्यालय में, शोभा सिंह न केवल बच्चों के पसंदीदा शिक्षकों में से एक बन गई हैं, बल्कि उन्होंने विज्ञान को बच्चों के जीवन का अभिन्न हिस्सा भी बना दिया है. उनके इस अद्वितीय योगदान के लिए, उन्हें आगामी तीन सितंबर को पटना में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा.
शोभा सिंह ने बताया बच्चों को आसानी से समझाने का तरीका
शोभा सिंह ने कहा कि उन्होंने पुणे में इसकी ट्रेनिंग ली थी. इस ट्रेनिंग ने मेरी सोचने समझने की दिशा को बहुत प्रभावित किया. शोभा सिंह ने बताया कि छोटे छोटे टेक्निकल प्रयोगों को बच्चे आसानी से समझ लेते हैं. घरेलु सामग्री का प्रयोग करके बच्चों को आसानी से केमेस्ट्री सिखाई जा सकती है. ऐसे प्रयोगों को बच्चे आसानी से कर लेते हैं.वहीं बच्चों ने कहा कि उन्हें भी अभी इस नए अंदाज से पढ़ने में काफी मजा आता है. पहले विज्ञान उनके लिए कभी बोरिंग हुआ करता था, लेकिन अब वह विज्ञान में दिलचस्पी लेने लगे और विज्ञान उनका पसंदीदा विषय बन गया है.