Cash Withdrawal: बांग्लादेश में आरक्षण सुधार विरोधी प्रदर्शन के बीच अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना 5 अगस्त को भारत आ गईं. इसके बाद से वहां से कई खबरें आ रहीं हैं. देश की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है जिसकी वजह से कई तरह की पाबंदियां लगाईं गईं. इस बीच एक अच्छी खबर आ रही है. दरअसल, बांग्लादेश बैंक ने इस सप्ताह बैंकों से नकद निकासी की सीमा बढ़ा दी है. इसे 5 लाख टका करने का फैसला किया गया है. यह पिछले सप्ताह 4 लाख टका थी. केंद्रीय बैंक ने शनिवार रात इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं.
केंद्रीय बैंक की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि सुरक्षा कारणों से बैंक शाखाओं में पैसों का ट्रांसफर करना मुश्किल है. इसलिए, एक खाते से 5 लाख टका से अधिक की निकासी नहीं की जा सकती. चेक के माध्यम से लेन-देन की निगरानी की जानी चाहिए और संदिग्ध लेन-देन को रोकने की जरूरत है.
निकासी सीमा में 1 लाख टका की वृद्धि
पिछले सप्ताह निकासी की सीमा चार टका 4 तक थी, जबकि इससे पहले यह सीमा 3 लाख टका थी. इसी तरह, पिछले दो सप्ताहों में अधिकतम निकासी सीमा क्रमशः 2 लाख टका और 1 लाख टका थी. इसपर गौर करें तो चार सप्ताह तक प्रत्येक सप्ताह निकासी सीमा में 1 लाख टका की वृद्धि हुई है. हालांकि केंद्रीय बैंक के निर्देश के अनुसार नकद निकासी सीमित है, फिर भी ग्राहक कितनी भी राशि को ट्रांसफर कर सकते हैं और डिजिटल लेनदेन कर सकते हैं.
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बैंक से ज्यादा नकदी निकालने पर रोक क्यों ?
शेख हसीना की सरकार बदलने के बाद नकद निकासी का दबाव थोड़ा बढ़ता नजर आया. खास तौर पर अवामी लीग समर्थक नेताओं और कारोबारी घराने नकद निकासी पर जोर देने लगे. इसके बाद केंद्रीय बैंक ने नकद निकासी पर पाबंदी लगाना शुरू किया. ऐसा इसलिए ताकि इन पैसों का इस्तेमाल किसी भी तरह से आतंकी या अवैध गतिविधियों के लिए न हो.