Bihar News: बिहार के नवनियुक्त डीजीपी आलोक राज पद पर योगदान देने के बाद पहली बार रविवार को मुजफ्फरपुर पहुंचे. वे पहले सरैया स्थित अपने पैतृक गांव नेउरा गये. वहां से लौटने पर एसएसपी कार्यालय पहुंचे. यहां एसएसपी कार्यालय परिसर में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इसके बाद उन्होंने जिले के सभी वरीय पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक की.
डीजीपी ने की पुलिसिंग की समीक्षा
आलोक राज ने विभिन्न बिंदुओं पर पुलिसिंग की समीक्षा की और दिशा-निर्देश भी दिए. उन्होंने जिले में पुलिस बल की संख्या, संसाधन, केस की स्थिति और अपराध की स्थिति पर बात की और कहा कि लोगों को बेहतर सुरक्षा मुहैया कराना पुलिस की जिम्मेदारी है. उन्होंने सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क को सही तरीके से काम करने और डायल 112 को नियत समय पर पहुंचने का निर्देश दिया.
स्मार्ट तरीके से करें मामलों का निष्पादन: डीजीपी
डीजीपी ने कहा कि नए नियम के लागू होने के बाद पुलिस को स्मार्ट तरीके से काम करने, साक्ष्य एकत्र करने और तकनीक आधारित अनुसंधान करने पर जोर दिया गया है. इसको लेकर प्रशिक्षण भी दिया गया है. पुलिस को वरीय अधिकारियों की निगरानी में स्मार्ट तरीके से मामलों का निष्पादन करना चाहिए.
डीजीपी जिले में अपराध के पैटर्न को भी जाना
एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि डीजीपी ने जिले में क्राइम कंट्राेलिंग के लिए किए जा रहे प्रयासों और अपराध के पैटर्न को भी जाना. उन्होंने कहा कि पुलिस को स्मार्ट तरीके से अपना कार्य करना है. उन्होंने पेंडिंग मामलों को त्वरित गति से निपटाने का निर्देश दिया. समीक्षा के क्रम में उन्होंने पुलिस को मुहैया करायी गयी गाड़ियों का भी फीडबैक लिया.
इसे भी पढ़ें: बिहार के DGP बनने के बाद आलोक राज पहुंचे अपने पैतृक गांव, मंदिर में की पूजा, मजार पर चढ़ाई चादर
उन्होंने कहा कि उनके यहां आने का उद्देश्य यह भी है कि पुलिस का मनोबल ऊंचा हो. साथ ही अपराध नियंत्रण के लिए बनायी जा रही रणनीति को और बेहतर तरीके से लागू किया जाए. इसको लेकर उन्होंने कार्ययोजना बनायी. बैठक में एसएसपी राकेश कुमार के साथ ही सभी डीएसपी, एसडीपीओ और अन्य पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे.
ये वीडियो भी देखें