अधौरा. रविवार को अधौरा प्रखंड के भ्रमण पर पहुंचे बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री सह चैनपुर विधायक मो जमा खां को ग्रामीणों ने दहार गांव के चचरी पुल पर चढ़ा कर उनसे पुल निर्माण कराने की मांग की. गौरतलब है कि उग्रवाद प्रभावित अधौरा प्रखंड में अभी यातायात व संचार साधनों का घोर अभाव है. यहां प्रखंड के एक-दूसरे गांवों में जाने के लिए लोग वर्षों से नदी तैरकर व पगडंडियों के सहारे सफर तय करते हैं. नतीजा है नदियों में पुल नहीं बनने के कारण आवागमन को लेकर लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इधर, रविवार को बिहार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जब अधौरा के दौरे पर दहार गांव के पास स्कूलों के निरीक्षण में पहुंचे, तो बड़ी संख्या में ग्रामीण जमा हो गये. ग्रामीणों ने मंत्री से अनुरोध किया कि दहार गांव के पूरब बहने वाली सियरमनवा नदी पर अब तक पुल नहीं बनाया गया है. यहां ग्रामीण चचरी पुल के सहारे ही नदी के इस पार से उस पार आते-जाते हैं. साथ ही बताया गया कि नदी में जब पानी भर जाता है तो इस चचरी पुल का रास्ता भी काफी खतरनाक हो जाता है. ग्रामीणों ने मंत्री से अनुरोध किया कि दहार गांव के पूरब नदी पर अगर एक पुल निर्माण करा दिया जाता है, तो ग्रामीणों को बड़ी सहूलियत मिलती. ग्रामीणों के अनुरोध पर मंत्री द्वारा चचरी पुल की जगह बहुत जल्द पक्का निर्माण कराने का आश्वासन दिया गया है. इधर, इस संबंध में दहार गांव के रामजी सिंह, रामजग प्रजापति आदि ग्रामीणों ने बताया कि इस नदी को पार करके दहार गांव के ग्रामीण बडवानकलां गांव जाते हैं, जो दहार से लगभग 15 किलोमीटर दूर है. ग्रामीणों ने बताया कि इस पुल का निर्माण कराने की मांग ग्रामीण वर्षों से नेताओं व अधिकारियों से करते आ रहे हैं, लेकिन अभी तक किसी द्वारा पुल के निर्माण की दिशा में कोई प्रयास भी नहीं किया गया.
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