बक्सर. जिले में गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदू से अभी भी 26 सेंटीमीटर नीचे बह रहा है. हालांकि रविवार दोपहर 12 बजे से गंगा का जलस्तर एक सेंटीमीटर प्रतिघंटा के रफ्तार से घटने का सिलसिला जारी है. रविवार शाम पांच बजे तक गंगा का जलस्तर 58. 96 मीटर दर्ज किया गया था. जिले में गंगा का जलस्तर की चेतावनी स्तर 59.32 मीटर है. जबकि खतरा का निशान 60.32 मीटर है. शनिवार 4 बजे तक गंगा का जलस्तर 59. 01 मीटर पहुंच गया है. लिहाजा दियरा इलाके के लोगों में बाढ़ का खतरा का भय उत्पन्न हो गया है. अब श्मशान घाट भी डूब गया है. जिस कारण शव जलाने यहां आने वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड. रहा है. लोग सामान समेटकर अपने रिश्तेदारों के यहां जा रहे हैं. शनिवार को भी गंगा का जलस्तर बढ़ने की रफ्तार एक सेंटीमीटर प्रति घंटा रहा. शुक्रवार की सुबह आठ बजे गंगा का जलस्तर 58.75 मीटर था. उस सतय दो सेंटीमीटर प्रति घंटा बढने का रफ्तार रहा. मगर शाम पांच बजे बढ़ने का रफ्तार एक सेंटीमीटर प्रतिघंटा हो गया. जो 58.86 मीटर दर्ज किया गया. गंगा का जलस्तर मंगलवार दोपहर दो बजे से बढ़ना शुरू हुआ. मंगलवार को जलस्तर 57.62 मीटर था. जबकि बुधवार को गंगा का बढ़ने का जलस्तर दो से तीन सेंटीमीटर प्रतिघंटा रहा. गौरतलब है कि गंगा का जलस्तर काफी तेजी से लगातार बढ़ रहा है. कभी दो सेंटीमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तो कभी एक सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से गंगा का पानी तेजी बढ़ रहा है. गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण रामरेखा घाट की सीढ़ियां पानी में डूब गयी है. वही विवाह मंडप में पानी प्रवेश कर गया. लिहाजा खतरे के निशान से नीचे बह रही गंगा की जलस्तर से गंगा के निचले इलाके लोग लोगों में भय व्याप्त हो गया है. बक्सर शहर के रामरेखा घाट, नाथ बाबा मंदिर, सिद्धनाथ घाट समेत अन्य सभी गंगा घाटों की सीढ़िया गंगा के पानी में डूब गया है.
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