मांझा. पंचायती के दौरान ससुर की हत्या करनेवाले सनकी दामाद समेत तीन आरोपितों को मांझा थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और पूछताछ करने के बाद रविवार को जेल भेज दिया. वहीं, हत्या के मामले में फरार अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने छापेमारी तेज कर दी है. जिन अभियुक्तों को जेल भेजा गया, उनमें मांझा थाना क्षेत्र के भैसही कोड़र गांव निवासी मृतक के दामाद रामप्रवेश यादव, इनके पिता जोजन यादव तथा भाई शिवजी यादव शामिल हैं. वहीं, रविवार को कोइनी गांव निवासी परमा यादव के शव का सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया. वहीं, इस घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है. पुलिस से परिजनों ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. पुलिस से शिकायत की बात सुनकर किया हमला : मांझा थाना क्षेत्र के भैसही कोड़र गांव के परमा यादव की एक ही पुत्री है. उसकी शादी कोइनी गांव के रामप्रवेश यादव के साथ हुई. शादी के बाद से पति हमेशा अपने पत्नी से ससुर के नाम का भूमि को बेचकर दहेज में पांच लाख रुपये की मांग करता था. इसको लेकर अक्सर पति-पत्नी में मारपीट होती थी. मारपीट को लेकर पत्नी सीता देवी पिछले छह माह से मायके में रह रही थी. इसको लेकर शनिवार को पिता परमा यादव अपने पुत्री को लेकर पंचायती करने शनिवार को कोइनी पहुंचे हुए थे. इसी बीच दामाद रामप्रवेश यादव एवं ससुर जोजन यादव से विवाद हो गया. इसके बाद पत्नी अपने पति सहित परिजनों के खिलाफ प्राथमिकी कराने मांझा थाना जा रही थी. मृतक की बेटी ने अपने पति रामप्रवेश यादव, ससुर, देवर, ननद सहित अन्य लोगों पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मांझा के पास घेरकर पिटाई करने करने और बेटी को बचाने गये पिता की हत्या कर देने का आरोप लगाया. महिला के चचेरे भाई रमेश यादव को पीट पीट कर अधमरा कर दिया. इसके बाद इलाज के लिए सभी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां पर चिकित्सकों ने परमा यादव को मृत घोषित कर दिया. वहीं, इस मामले में महिला के बयान पर थाने में पति रामप्रवेश यादव, ससुर जोजन यादव, देवर शिवजी यादव तथा सास शकुंतला देवी सहित दो अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी करायी है.
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