जयनगर. भारत-नेपाल सीमा पर तैनात 48 वीं वाहिनी एसएसबी मुख्यालय जयनगर के कमांडेंट गोविंद सिंह भंडारी के नेतृत्व में 15 वां स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उदघाटन दीप जलाकर एवं कबूतर को पिंजड़े से आजादी दिलाकर गुब्बारे उड़ा कर किया गया. अवसर पर कमांडेंट गोविंद सिंह भंडारी ने पदाधिकारियों, अधिकारियों एवं जवानों को शुभकामना दी. उन्होंने जवानों को एसएसबी की स्थापना के उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला. जवानों को अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरे मुस्तैदी से करने का आहवान किया. ताकि इसके स्थापना के उद्देश्यों को शत प्रतिशत पूरा किया जा सकें. उन्होनें कहा कि एसएसबी 48 वीं बटालियन अपने स्थापना काल से ही पूरी तत्परता व मुस्तैदी के साथ काम करती आ रही है. उन्होंने कहा कि सन 1962 में हुए भारत-चीन युद्ध के बाद उपजे हालत से निपटने के लिए 1963 में एसएसबी की स्थापना हुई थी. 48 वीं वाहिनी जयनगर में स्थापित कर इंडो- नेपाल सीमा पर लगभग 66 किलोमीटर सीमा सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई. तभी हमलोग “सेवा, सुरक्षा और बंधुत्व ” कि भावना के साथ सीमा सुरक्षा कर रहे हैं. भारत-नेपाल के बीच बेटी-रोटी का रिश्ता है. दोनों देशों की खुली सीमा हैं. ऐसे में अवैध तस्करी रोकने एवं देश विरोधी ताकतों से निपटने के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता हैं. अवसर पर कमांडेंट गोविंद सिंह भंडारी, राजपत्रित अधिकारी उप कमांडेंट विवेक ओझा, उप कमांडेंट संतोष कुमार निमोरिया, सहायक कमांडेंट मनीष देवानंद मोहोद, चिकिसा पदाधिकारी मेजर डॉ सुनेहा सिंह, नेपाल रेलवे स्टेशन जयनगर के स्टेशन अधीक्षक एसएल मीणा, नेपाल रेलवे के डीजीएम राजेश हंबल, सिग्नल टेली कम्युनिकेशन बैजू जॉन, निरीक्षक सामान्य भगवान सहाय मीणा समेत कई लोग मौजूद थे.
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