Bihar News: बिहार के भागलपुर जिला नवगछिया में बढ़ता जलस्तर, बाढ़ और बारिश हर साल गंगा और कोसी के किनारे रहने वाले लोगों के लिए परेशानी का सबब बन कर आती है. साथ ही विकास के भी पोल खुल जाते हैं प्रशासनिक दावे की हकीकत भी बेपर्दा हो जाती है. 3 महीने लोग ज़िन्दगी की जद्दोजहद करते हैं. आज आपको ऐसी तस्वीर दिखा रहे हैं जिसे देख आप कहेंगे भला यह कैसा विकास है.
हर घरों के सामने चचरी पूल है
दरअसल नवगछिया के रंगरा प्रखण्ड के नेशनल हाईवे 31 किनारे कोशकीपुर सहोरा पंचायत के लोगों के हर घरों के सामने चचरी पूल है. नेशनल हाईवे किनारे थोड़ी थोड़ी दूरी पर इस तरह की स्थिति देखने को मिलती है क्योंकि बारिश और कोसी नदी का पानी का जलजमाव यहां तीन महीने रहता है ऐसे में लोग जलकैदी न बने इसके लिए वह खुद पैसे खर्च कर हर साल बांस का पूल बनाते है ताकि घर से मुख्य सड़क तक आवागमन कर सके.
ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा कर बनाया पुल
एक साथ छह चचरी पूल घर के सामने लोगों ने बनाये है ताकि आवागमन सही से हो सके उस घर के पीछे रहने वाले दर्जनों घरों के लोग भी इसी के सहारे आना जाना करते है. बारिश से पहले पूल के नीचे रास्ता हुआ करता था जब बारिश हुई और कोसी का जलस्तर बढ़ा तो पूल बनाना मजबूरी हो गयी कोई 4 हजार कोई 5 हजार कोई 10 हजार तो कोई 20 हजार खर्च कर पूल बनाते है और यह हालात पिछले 10 सालों से है.
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कहते है ग्रामीण
मुकेश शर्मा, पीड़ित ने कहा की बहुत परेशानी होती है हमलोगों को, हर साल बनाना पड़ता है और परेशानियों का सामना करना पड़ता है. मेरे घर के पास 6 पुल है आगे और भी पुल है. ये बाढ़ और बारिश का पानी है. अब 10 वर्ष से इसकी आदत सी हो गई है.
कहते है ग्रामीण
प्रमिला देवी, पीड़ित ने कहा की पानी के बीच रहना पड़ता है. बांस के पुल से होकर आना जाना होता है कभी कभी इसपर भी पानी भर जाता है. इसको बनाने में 20 हजार का खर्च आता है और हर वर्ष इसको बनाना पड़ता है.