पशुपालन विभाग पूर्णियां के क्षेत्रीय निदेशक डा सत्यनारायण यादव ने किया कार्यक्रम का शुभारंभ
किशनगंज.शहर के लाईन मुहल्ला स्थित जिला पशुपालन कार्यालय के प्रांगण में चयनित कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्त्ता (मैत्री) को पूर्णियां प्रमंडल पशुपालन विभाग के क्षेत्रीय निदेशक डा सत्यनारायण यादव के द्वारा एआई किट का वितरण किया गया. सोमवार को जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित कार्य्रकम की शुरुआत क्षेत्रीय निदेशक पशुपालन डॉ सत्यनारायण यादव, सहायक निदेशक डॉ एकराम व जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया. मिली जानकारी के अनुसार कुल 49 चयनित प्रशिक्षण प्राप्त कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्त्ता (मैत्री) को एआई कीट वितरित किया गया. कुल 80 लोगों को यह कीट दिया जाना है.क्या कहा क्षेत्रीय निदेशक पशुपालन
कार्यक्रम में बोलते हुए क्षेत्रीय निदेशक पशुपालन, पूर्णियां प्रमंडल डॉ सत्यनारायण यादव ने बताया कि किशनगंज जिलान्तर्गत पूर्व से चयनित तथा प्रशिक्षण प्राप्त मैत्री कार्यकर्त्ता स्वरोजगार के रूप में कृत्रिम गर्भाधान का कार्य करेंगे. इससे क्षेत्र के पशुपालकों को काफी सुविधा होगी तथा ये कार्यकर्त्ता पशुपालकों के घर जाकर कृत्रिम गर्भाधान सुविधा देने का कार्य करेंगे जिससे कि पशु अस्पताल से दूर दराज के पशुपालकों को अपने पशुओं को लेकर पशु अस्पताल नहीं आना पड़े. उन्होंने कहा कि ये युवाओं के लिए स्वरोजगार का बेहतर साधन है. इस कीट के माध्यम से युवा स्वरोजगार कर सकेंगे.क्या कहा जिला पशुपालन पदाधिकारी
जिला पशुपालन पदाधिकारी सतीश कुमार ने कहा कि बिहार लाइव स्टोक डेवलपमेंट एजेंसी द्वारा प्रायोजित कृत्रिम गर्भधान कार्यकर्ताओं को किट का वितरण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ये सरकार की महत्वपूर्ण योजना है. पशु कृषक इसका लाभ ले सकते हैं. साथ ही यह स्वरोजगार का सृजन भी करता है. उन्होंने कहा कि सभी इसका लाभ ले.कार्यक्रम में ये थे उपस्थित
इस अवसर पर जिला पशुपालन पदाधिकारी डा सतीश कुमार, डा एकराम, सहायक निदेशक पूर्णिया डा एकराम, पशु शल्य चिकित्सक, किशनगंज डा शाशिभुषण सिंह, अवर प्रमंडल पशुपालन पदाधिकारी मो जावेद आलम, सहायक कुक्कुट पदाधिकारी किशनगंज मो तौकीर आलम, सुबोध विश्वास सहित सभी प्रखंड के प्रखंड नोडल पदाधिकारी व मैत्री और कर्मी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है