जिला जज ने जागरूकता वाहन रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना सहरसा. व्यवहार न्यायालय में 14 सितंबर को होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत के मद्देनजर आम लोगों के बीच कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार करने के उद्देश्य से मंगलवार को सिविल कोर्ट परिसर से जागरूकता वाहन रथ निकाला गया. जिसे जिला व सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष गोपाल जी, संतोष कुमार अपर जिला व सत्र न्यायाधीश द्वितीय, सुबीर कुमार अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय, नितेश कुमार जिला व सत्र न्यायाधीश चतुर्थ, बृजेश कुमार त्रिपाठी जिला व सत्र न्यायाधीश पंचम, अश्विनी कुमार मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, चंदन कुमार वर्मा एसीजेएम 1, मनोज कुमार प्रधान दंडाधिकारी किशोर न्याय परिषद, सुमन कुमारी एसडीजेएम एवं अंजिता सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. जिसके द्वारा दूर दराज के गांव-मोहल्ले जाकर लोगों को राष्ट्रीय लोक अदालत की महत्ता तथा इससे होने वाले फायदे के बारे में विस्तृत जानकारी दी जायेगी. इस अवसर पर जिला न्यायाधीश गोपाल जी ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत सस्ता न्याय पाने का सबसे आसान तरीका है. इसमें दोनों पक्षों के आपसी सहमति समझौता के आधार पर सौहार्दपूर्ण वातावरण में वादों का निपटारा किया जाता है. राष्ट्रीय लोक अदालत का फैसला अंतिम फैसला होता है तथा इसकी अपील भी नहीं होती है. जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अभिमन्यु कुमार ने कहा कि रवाना होने वाला वाहन रथ सभी प्रखंडों के गांवों में जाकर 13 सितंबर तक लगातार प्रचार प्रसार करेगी. जिन पक्षकारों को लोक अदालत की ओर से नोटिस नहीं भी मिला हो और वह अपने वादों का निष्पादन करना चाहते हो तो वह लोक अदालत में आकर निर्धारित काउंटर से संपर्क कर अपनी समस्या का निपटारा करवा सकते हैं. मौके पर मुंसिफ मो अफजल, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी कृष्ण कुमार, रोहित अमृतांशु, चंदन ठाकुर, न्यायिक दंडाधिकारी भवानी प्रसाद, अमित कुमार सिंह, अभिनव कुमार, हसन तबरेज, निखिल चंद्र तथा अधिवक्ता संयुक्त सचिव नीतीश कुमार सिंह, न्यायालय कर्मी जीआर ऑफिस राजेश कुमार, डीएलएसए सहायक चंदन कुमार, मो निसार अहमद, नाजिर सूरज कुमार, पवन कुमार, नायब नाजिर न्यायालय प्रबंधक रवि कुमार व अन्य मौजूद रहे.
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