लखीसराय. जिला समाहरणालय परिसर में अवस्थित मंत्रणा कक्ष के सभागार में मंगलवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत प्रतिमाह आयोजित होने वाली जल जीवन हरियाली दिवस कार्यक्रम आयोजित की गयी. प्रभारी डीएम सुधांशु शेखर की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में इस माह राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा आयोजन किया गया. जिसमें जल संरचनाओं को अतिक्रमण मुक्त करने को लेकर चर्चा की गया. प्रभारी डीएम ने बताया कि सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं यथा तालाबों, पोखरों, आहर, पइन को चिह्नित कर अतिक्रमण मुक्त कराना है, जिसके माध्यम से वर्षा जल का संचयन कर तथा पौधे एवं जीव जंतु की संख्या में वृद्धि कर जल-जीवन-हरियाली मिशन में अपेक्षित सहयोग प्रदान किया जाना है. इन्होंने उपरोक्त कार्य के लिए सीओ की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए सभी सीओ को क्षेत्र भ्रमण कर अचिन्हित साधनों को भी अतिक्रमण मुक्त करने का निर्देश दिया. डीडीसी कुंदन कुमार ने विषय वस्तु पर चर्चा करते हुए बताया कि जल जीवन हरियाली एक महत्वकांक्षी बहु-हितधारक कार्यक्रम है. जिसका उद्देश्य, जल संरक्षण, हरित आवरण को बढ़ावा और जल की उपलब्धता सुनिश्चित करना है. यह मिशन जल संरक्षण और प्रबंधन, जल निकायों का पुनरुद्धार, वनीकरण और लोगों में जल और पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने पर केंद्रित है. लखीसराय जिला अंतर्गत कुल सर्वेक्षित जल निकायों की संख्या 4203 है, जिसमें अतिक्रमण मुक्त जल निकायों की संख्या 3277 एवं अतिक्रमित जल निकायों की संख्या 943 थी. अतिक्रमित निकायों पर अतिक्रमण के विरूद्ध सभी 943 निकायों पर कार्रवाई की गयी है. जिसमें कुल 941 जल निकायों को अतिक्रमण मुक्त किया गया है. शेष दो जल निकाय का अतिक्रमण मुक्त कराना प्रक्रियाधीन है. जल जीवन हरियाली दिवस पर उप विकास आयुक्त कुंदन कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी मुकुल पंकज मणि, सिविल सर्जन विनोद प्रसाद सिन्हा, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी विनोद प्रसाद, डीआरडीए निदेशक नीरज कुमार एवं अन्य जिला एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे.
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